परमेश्वर के पवित्र याजक के पद के समन्वय के आठवें दिन, हारून के दोनों बेटे परमेश्वर की आग से ख़त्म हो गए। उन्होंने एक पवित्र दिन के बीच में परमेश्वर के पवित्र आदेश के विरुद्ध पाप किया था। यह एक दुर्घटना नहीं थी। वे जानते थे की वे क्या कर रहे थे।
Read Moreप्रायश्चित के दिन पर परमेश्वर कि सेवा करने के लिए, हारून को पूरे अपने याजक के वस्त्र पहनने थे। लेकिन पहले उसे तैयारी के लिए अपने पूरे शरीर को धोना होगा। वह अति पवित्र स्थान में कोई गंदगी नहीं ला सकता था।
Read Moreमहायाजक ने दाव के आधार पर बलिदान के लिए एक बकरी को चुना। लेकिन परमेश्वर ने प्रायश्चित के दिन के लिए आंगन में दो बकरियों के लिए उन्हें आज्ञा दी थी। दूसरी बकरी को एक बहुत ही दिलचस्प काम करना था।
Read Moreप्रायश्चित के दिन के जो निर्देश परमेश्वर ने महायाजक को दिए थे, उन्हें तब तक जारी रखना था जब तक इस्राएल एक राष्ट्र था। यह पवित्र दिन अति पवित्र को इस्राएलियों के पापों से हर साल शुद्ध करता था। परमेश्वर ने जो बलिदान दिए थे वे उन्हें शुद्ध करने के लिए थे क्यूंकि परमेश्वर जानता था किवे पूरी पवित्रता में नहीं रह सकेंगे।
Read Moreपवित्रता का नियमसंग्रह यह भी सिखाता है किइस्राएल के लोगों को एक अलग समुदाय होना है। यह वो जगह थी जहां परमेश्वर ने अपने लोगों को एक दूसरे से प्रेम करने और एक दूसरे का ध्यान रखने के लिए बुलाया था। यदि कोई दूसरे के विरुद्ध पाप करता है, तो उन्हें घृणा और क्षमा ना करने की अनुमति नहीं थी।
Read Moreएक गोत्र था जिसे परमेश्वर ने मूसा को गिनने से मना किया। एक गोत्र था जिसके पुत्र और पिता युद्ध में नहीं जाएंगे। वह लेवियों का गोत्र था। उन्हें परमेश्वर के पवित्र याजक होने के लिए अलग किया गया था। उन्हें मंदिर के काम को हारून और उसके पुत्रों के साथ करना था।
Read Moreजिस समय इस्राएल के लोग सीनै पर्वत के निकट थे, परमेश्वर उन्हें तैयार कर रहा था। अब जब वे जाने की तैयारी कर रहे थे, मूसा ने उन्हें वह सिखाया जो परमेश्वर ने उसे पहाड़ पर दिखाया था। क्या आप दो लाख लोगों की कल्पना कर सकते हैं जिस समय वे मरुभूमि में पैदल यात्रा कर रहे थे?
Read Moreमेरे पति का परिवार एक सत्ता और प्रतिष्ठा का परिवार था। उन्हें विशेष आदर और सम्मान मिलता था। वे यह मान कर चलते थे की वे महत्वपूर्ण हैं और उन्हें दूसरों से ज़्यादा ग्रहण किया जाता है। मैं सोचती हूँ वह क्षणिक मुस्कान उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा से अधिक मूल्य थी। उसके उग्र क्रोध की मैं पहले कभी कल्पना नहीं कर सकती थी।
Read Moreमूसा ने मंदिर के निर्माण के पराक्रमी काम को समाप्त किया। पूरा इस्राएल समुदाय उनके बहुतायत के धन में एक साथ शामिल हो गया था। परमेश्वर के सिंहासन को बनाने के लिए बहुत सारा सोना दिया गया और करूबों के साथ पर्दे सिले गए और उन्हें बड़ी सावधानी से लटका दिए गए।
Read Moreइस्राएलियों का एक समूह उस मन्ना की जगह, जो परमेश्वर इतने चमत्कारी ढंग से उन्हें प्रदान कर रहा था, अन्य चीज़ों की इच्छा करने लगे। उनकी शिकायतें अन्य इस्त्राएलियों में फैलने लगी, और बहुत जल्द वे ये बातें कहने लगे;
Read Moreवाह, इस्राएल के राष्ट्र ने फिर से विद्रोह कर दिया था! उन्होंने परमेश्वर के द्वारा दिए अगुवे मूसा के विरुद्ध में लड़ाई की थी, और उन्होंने उसके द्वारा दिए अद्भुत उपहार, मन्ना का विद्रोह किया था। परन्तु परमेश्वर अच्छाई को इनके द्वारा ले कर आया था।
Read Moreइस्राएल का राष्ट्र पारान मरुभूमि में डेरा डाले हुए था। उन्होंने सीनै से वादे के देश कूच किया था। बाकी दुनिया के लिए, वह कनान कहलाता था। जो लोग वहां पहले से रहते थे वे कनानी कहलाये जाते थे। वे क्या सोच रहे होंगे जब उन्हें यह मालूम हुआ होगा की दो लाख इस्राएली उनके देश के किनारों पर डेरा डाले हुए थे? समय नज़दीक आ रहा था।
Read Moreइस्राएल के देश के भयानक और हतोत्साहित घटनाओं के बीच में, परमेश्वर वादा करने कि आशा देता रहा। उसने उनके साथ उस दिन के बारे में बात की जब वे उस देश में प्रवेश करेंगे। उसने अगली पीढ़ी के बच्चों से जीवन के विषय में बातें कीं, की किस प्रकार उन्हें अपने जीवन को जीना है।
Read Moreइस्राएल का राष्ट्र उनके घातक विद्रोह के बाद अड़तीस साल तक मरुभूमि में फिरता रहा। जब परमेश्वर ने उन्हें लाल सागर के पानी के माध्यम से निकाला था, तो जो प्रौढ़ पीढ़ी थी वह मर रही थी। उन्हें बंजर भूमि में गाड़ दिया गया, जब राष्ट्र यहोवा के निर्देशन के अनुसार जगह जगह भटक रहा था।
Read Moreवादे के देश तक पहुँचने के लिए इस्राएली अपनी खोज में कूच करते रहे। मरुभूमि में कई साल भटकने के बाद, वे ऐसे क्षेत्रों में जा रहे थे जहां और अधिक शहर और कसबे, और लोग थे। वे ऐसे देशों में पहुंचे जहां सैकड़ों वर्षों से लोग बेस हुए थे।
Read Moreगिनती किकिताब के शुरुआत में, परमेश्वर ने बीस साल के ऊपर के पुरुषों की गिनती लेने के लिए मूसा और हारून से कहा। प्रत्येक जनजाति को उनके नाम और उम्र का पता मूसा को देना था, जो युद्ध में लड़ने में सक्षम होंगे। 603,550 वे पुरुष थे जो लड़ सकते थे। इन लोगों को परमेश्वर की सेना होना था जो, कनान पर हमला कर सकते थे।
Read Moreजब परमेश्वर इस्राएल के राष्ट्र को अपनी भूमि को प्राप्त करने में मदद कर रहा था, वह उन्हें एक जबरदस्त बदलाव के लिए भी तैयार कर रहा था। मूसा जो उसका प्रिय सेवक था, अपने लोगों के साथ वादे के देश में नहीं जाने वाला था।
Read Moreजिस समय इस्राएली एक समुदाय के रूप में एक साथ रह रहे थे, उनके पास उलझन में डालने वाले नए मामले अदालत में आ रहे थे। न्यायाधीश के लिए सही बात करना कठिन होगा क्यूंकि कानून सही उत्तर नहीं दे पाएगा।
Read Moreइस्राएलियों के कनान देश में स्थानांतरित करने का समय नज़दीक आ गया था। अभी भी उन्हें कुछ अधूरे काम करने बाकि थे जिस समय वे मोआब के मैदानों पर डेरा लगाये हुए थे। बिलाम जो एक नबी था, उसने इस्राएल के पुरुषों को विचलित करने के लिए मिद्यानी महिलाओं को आश्वस्त किया था।
Read Moreयदि तुम उन लोगों को अपने देश में ठहरने दोगे तो वे तुम्हारे लिए बहुत परेशानियाँ उत्पन्न करेंगे। वे तुम्हारी आँखों में काँटे या तुम्हारी बगल के कील की तरह होंगे। वे उस देश पर बहुत विपत्तियाँ लाएंगे जहाँ तुम रहोगे। मैंने तुम लोगों को समझा दिया जो मुझे उनके साथ करना है और मैं तुम्हारे साथ वही करूँगा यदि तुम लोग उन लोगों को अपने देश में रहने दोगे।”
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