पाठ 137 : प्रायश्चित का दिन भाग 2: अनुष्ठान

प्रायश्चित के दिन पर परमेश्वर कि सेवा करने के लिए, हारून को पूरे अपने याजक के वस्त्र पहनने थे। लेकिन पहले उसे तैयारी के लिए अपने पूरे शरीर को धोना होगा। वह अति पवित्र स्थान में कोई गंदगी नहीं ला सकता था। फिर उसे पवित्र अंगरखा और कढ़ाई किया हुआ कमरबंद पहनना था। उसे अपने सिर पर पगड़ी रखनी थी।                             

उसने पहला बलिदान अपने लिए और अपने याजकों के परिवार के लिए किया था। उसे सबसे पवित्र स्थान के खतरनाक उच्च पवित्र पवित्रता में प्रवेश करने के लिए स्वयं को शुद्ध करना था। उसे अपने लोगों के लिए बलिदान चढ़ाने के लिए अपने आप को शुद्ध करना होगा। तो परमेश्वर ने मूसा को मिलापवाले तम्बू के द्वार पर एक बैल को लाकर उसे बलिदान करने को कहा। परमेश्वर ने उसे अंगारों को एक धूपदानी से उठाकर पाउडर वाले धूप को उस पर डालने को कहा। उसे उस धूपदानी को पर्दे के पीछे ले जाना था। 

जलती धूप से उठने वाली सुगंध हारून और परमेश्वर कि उपस्थिति को धुंए से ढंक देगी, ताकि वह परमेश्वर की तीव्र पवित्रता की निकटता में मर ना जाये। यहोवा ने अपने महायाजक को संरक्षित किया हुआ था। तब हारून बैल के खून को प्रायश्चित के ढकने को अपनी ऊँगली से छिड़केगा। फिर उसे सात बार ढकने के सामने छिड़काव करना था। महायाजक का शुद्धिकरण हो गया था। अब हारून लोगों के लिए शुद्धि लाने के लिए बलिदान होगा।

 

इस्राएल का महायाजक अति पवित्र स्थान को छोड़कर वापस कांस्य वेदी के पास जाएगा। दो निष्कलंक बकरियां होंगी। उसने दाव डाला, जो एक प्रकार के सिक्के या पासा की तरह होता है, और यह परमेश्वर कि इच्छा को दर्शाता है। यह दाव बताएगा की इस्राएलियों के पापों के लिए कौन सा पशु बलिदान किया जाएगा। 

यह समझना महत्वपूर्ण है की इन अनुष्ठानों के माध्यम से परमेश्वर इस्त्राएलियों को पाप के विषय में क्या सिखा रहा था। यह धार्मिकता और पवित्रता कि उनकी समझ को कलंकित कर देता है। यह उनके परमेश्वर के साथ के रिश्ते को दुखी कर देता है। वह बुराई और दुष्टता से अपमानित होता है। वह सभी पापियों को अपने से दूर कर सकता है, लेकिन इसके बजाय, वह पाप किसमस्या को ठीक करने के लिए कार्य करता रहता है। कितना अद्भुत परमेश्वर है!

पाप के साथ समस्या यह भी है कियह एक प्रदूषक के रूप में कार्य करता है। यह दुनिया में विषाक्त को लाता है। यह इंसानों के बीच काम करने वाली बुरी ताकतों की शक्ति को प्रदान करता है। इस्राएल में, पापों का संदूषण परमेश्वर की पवित्र उपस्थिति के स्थान पर आक्रमण करेगा। मंदिर में इस का घुसना इस पर निर्भर था की पाप कितना गहरा था और किसने किया था। यदि पाप एक याजक या पूरे देश के द्वारा किया गया है, तो पाप प्रायश्चित के स्थान तक घुस जाता था। यदि एक आम अगुवा या इस्राएली पाप करता था, तो वह आँगन में रखे कांस्य वेदी के सींगों तक जाता था। जब इस्राएली पूरे सालभर पाप करते थे, उन्हें मंदिर में पापबलि और दोषबलि लाना होता था। लेकिन प्रायश्चित के दिन, सबके पूरे सालभर के पापों को अति पवित्र स्थान पर शुद्ध किया जाता था। अति पवित्र स्थान की शुद्धता को उस स्थान के रूप में अनुरक्षण करना पड़ता था जहां परमेश्वर अपने लोगों के साथ भेंट कर सकता था। 

हारून यहोवा के लोगों के लिए एक भेंट के रूप में बकरी को वध करेगा। वह खून को मिलापवाले तम्बू और अति पवित्र स्थान के पर्दे के पीछे ले जाएगा। हारून प्रायश्चित के ढकने पर खून को छिड़केगा। प्रायश्चित का ढकना संदूक के ऊपर, परमेश्वर की उपस्थिति जो करूबों के ऊपर, और दस आज्ञाओं की पट्टियों के ऊपर मंडरा रही थी, उनके बीच रखा हुआ था। वो पट्टियां लोगों के साथ बनाये परमेश्वर के वादे थे, और लोगों को उनका पालन करना था। पश्चाताप के ढकने पर लगा खून परमेश्वर किउपस्थिति के स्थान को शुद्ध करता था जब इस्राएली उसकी वाचा को रखने में विफल होते थे। 

परमेश्वर ने कहा;

"'इसलिए हारून इस्राएल के लोगों के अपराध और पाप से महापवित्र स्थान को शुद्ध करने के लिए उपासना करेगा। हारून को ये काम क्यों करना चाहिए क्योंकि मिलापवाला तम्बू अशुद्ध लोगों के बीच में स्थित है।'"

लैव्यव्यवस्था 16: 15,16

तब हारून को अति पवित्र स्थान छोड़कर बाहरी आंगन में जाना था। उसे बकरी और बैल के खून को कांस्य की वेदी की सींगों पर लगाना था ताकि वह उसे लोगों के पापों के कारण संदूषण को साफ़ कर सके।