यीशु सुसमाचार सुनाने और बीमारों को चंगाई देने के लिए ग्रामशेत्र के इलाकों में यात्रा कि। उन्होंने नव नियुक्त चेलों के साथ नाइन नामक एक शहर की यात्रा की। उनके पीछे एक बड़ी भीर चली आ रही थी।वे इस कट्टरपंथी, चिकित्सा शिक्षक के लिए पर्याप्त नहीं हो पा रहे थे।
Read Moreयूहन्ना बपतिस्मा देने वाला क़ैद में था। आप यह देखिये कि, उसने हेरोदेस राजा से कुछ ऐसे प्रश्न पूछे जो उसे पसंद नहीं आये। हेरोदेस ने अपने ही भाई की पत्नी को लिया और उससे शादी कर ली थी। यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले ने ऐसे घृणित काम कि निंदा कि, और हेरोदेस को बिल्कुल यह अच्छा नहीं लगा। तो उसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले को क़ैद में डाल दिया।
Read Moreकेवल धार्मिक अगुवे थे जिन्होंने ने परमेश्वर के सन्देश को यूहन्ना और यीशु के द्वारा सुनने से इंकार किया। इस्राएल के देश में बहुत से लोग ने भी उन्हें ठुकराया।
Read Moreफरीसियों में से एक ने अपने घर में भोजन करने के लिए यीशु को आमंत्रित किया। फरीसियों में से कई पहले से ही पूरी तरह से मसीह को अस्वीकार कर चुके थे, लेकिन अभी भी एक यीशु के आने और उनके उल्लेखनीय चमत्कार को समझने के लिए साथ संघर्ष कर रहा था। क्या वह एक नबी हो सकता है? वह उद्धारकर्ता था?
Read Moreयीशु और उसके चेले गलील के सागर के आसपास के शहरों में गए। परमेश्वर के राज्य का सुसमाचार वे उन सब को बताता था जो उसके पास आते थे। बारह शिष्य उसके साथ यात्रा को गए। उनके साथ महिलाओं का एक समूह भी गया।
Read Moreधार्मिक अगुवे यीशु से निपटने के लिए यरूशलेम से आए थे। उन्होंने गलील में इतने अद्भुद चमत्कार किये कि उनके खिलाफ कोई नहीं बोल सकता था। भीड़ उसे दाऊद का पुत्र समझने लगी थी। क्या वह उनका आने वाला राजा था? उसकी शक्ति कहां से आयी थी?
Read Moreयीशु और उसके चेले, भीड़ से घिरे हुए, कफरनहूम में थे। वे सब जब यीशु प्रचार कर रहे थे पतरस के घर में खचाखच भरे हुए थे। धार्मिक अगुवे यीशु को चुनौती देने के लिए यरूशलेम से आए थे।
Read Moreयीशु येरुशलम से धार्मिक अगुवों के विशाल विरोध के बाद वे भीड़ से वार्तालाप करते रहे। उस पूरे समय उनका परिवार नासरत से कफरनहूम को यात्रा करते रहे। उन्होंने सुना था कि यीशु गलील के अपने अंतिम उपदेश के दौरे से लौटे था, और अब वह अपने करीबी मित्रों में से एक के घर में था।
Read Moreयीशु स्वर्ग के राज्य के बारे में दृष्टान्तों में अपने चेलों से बात करने लगा था। बाकि कि भीड़ वहाँ थी जब यीशु नाव से प्रचार कर ही रहे थे, परन्तु अधिकतर लोगों के लिए यह कहानियां रहस्मय थीं।
Read Moreयीशु ने दृष्टान्तों में परमेश्वर के राज्य के बारे में बताना शुरू कर दिया था। जब उसने राज्य के विषय में पहले सिखाया, उसने उस अभिशाप के विरुद्ध लड़ने वाले युद्ध के विषय में चेतावनी दी जो आदम और हव्वा के कारण इस दुनिया में आया।
Read Moreयीशु अपने शिष्यों को दृष्टान्त से सिखाता रहा कि किस प्रकार परमेश्वर का राज्य इस दुनिया में सच्चे विश्वासियों के लिए कार्य करता है जो उसके आगमन कि इंतेजारी करते हैं।
Read Moreयीशु ने जब दृष्टान्तों को बताना समाप्त किया, वह समुद्र तट से चला गया, लेकिन भीड़ ने उसका पीछा करना जारी रखा। वह अवश्य कितना थक गया होगा। एक दिन में उसने इतने शक्तिशाली कार्य किये।
Read Moreप्रभु यीशु ने शक्तिशाली तूफान को शांत किया। वह और उसके चेले गदरेनियो नामक क्षेत्र को सागर के दूसरे पक्ष कि ओर रवाना हुए। यह गलील के दूसरी ओर था, और बहुत से अन्यजाती वहाँ रहते थे। जब वे नावों से बाहर आये, एक व्यक्ति जो कब्रों के आप पास घूमा करता था उनकी ओर आया।
Read Moreहाल ही में चेलों का यीशु के साथ कैसा नाटकीय क्षण रहा है! उन्होंने उसे शब्दो से तूफ़ान को थमते हुए देखा था। उन्होंने उसे एक खतरनाक इंसान को मानसिक रूप से स्थिर करते देखा। ऐसे चुंबकीय शिक्षक के भीतर से पूर्ण विजय निकल के आ रही थी।
Read Moreयीशु ने लोगों की कड़ी हार्दिकता के बावजूद गलील में सुसमाचार को सुनाता रहा। वो पश्चाताप जिससे परमेश्वर के लोगों को उनके उद्धारकर्ता के आने पर चिह्नित होना चाहिए था?
Read Moreकफरनहूम में अन्धे और मूक के उपचार के बाद, यीशु वापस नासरत अपने गृहनगर कि ओर गया।ऐसा करना एक बहुत साहसिक और बहादुरी का काम था। मसीह के विषय में हमने पिछली बार जो पढ़ा, नगरवासी एक चट्टान उसे दूर फेंकने की कोशिश में थे! यह कहानी शायद इस कहानी के होने के एक साल या डेढ़ साल पहले कि है।
Read Moreयीशु के जीवन के विषय में पढ़ते समय आपनी ध्यान दिया होगा कि, मत्ती के अध्याय पूरी तरह से मिल गए हैं। उद्धारण के लिये, हमने पांचवे अध्याय से लेकर सांतवे अध्याय को पड़ने से पहले आठवे अध्याय को पढ़ा।
Read Moreयह उस समय कि बात है जब हेरोदेस ने यीशु के विषय में वो सब बातें सुनी उसके साथ घट रही थीं। यीशु और उसके चेले जा जा कर बिमारियों को चंगा कर रहे थे, तेल से अभिषेक कर रहे थे, और दुष्ट आत्माओं से मुक्ति दिला रहे थे।
Read Moreयूहन्ना बपतिस्मा देने वाले कि मृत्यु के बाद चेले यीशु के पास वापस आ गए। वे सुसमाचार सुनाते हुए, दो दो कर के गलील के क्षेत्र में यात्रा करने लगे। इन्होने अपने सेवकाई के दौरान जो कुछ बीता उसे आकर यीशु को सुनाया। यीशु इन को परमेश्वर कि सामर्थ और अधिकार में प्रक्षिशण दे रहे थे।
Read Moreमत्ती कि किताब को जब आप पढ़ेंगे, आप देखेंगे कि पतरस को अधिक ध्यान दिया जा रहा था। वह इस प्रकार से कहानियों को बयान करता है कि उससे लगता है कि वह यीशु के करीबी मित्र है और चेलों का अगुवा भी।
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