यहोवा ने अपने लोगों को एक-दूसरे के बीच नैतिक पवित्रता को सिखाने के लिए सांतवी आज्ञा दी। उन्हें अपने कौमार्य की रक्षा विवाह होने तक अपने दिल और दिमाग और शरीर को पवित्र और निर्मल रखना था। आठवीं आज्ञा में, परमेश्वर ने अपने लोगों को एक दूसरे के लिए एक सुरक्षा के रूप में एक मज़बूत, स्वस्थ सीमा दी। यह नियम इस्राएलियों को सिखा रहा था की उन्हें एक दूसरे कि संपत्ति के प्रति कैसा व्यव्हार करना है।
Read Moreचोरी करने के विचार में जोड़ें- व्यवस्था 21-24 को संपत्ति के अधिकार को दिखाने के लिए मूसा के नियमों के लिए दिखाएँ और उन्हें लोगों के झूठ बोलने और न्यायधीश से धोखाधड़ी करने के लिए इस विवान को दिखाएँ।
Read Moreमूसा जब लोगों से निवेदन कर रहा था कि वे परमेश्वर से प्रेम करें और उसकी आज्ञाओं का पालन करें, उसने उन्हें उनकी भक्ति दिखाने के विशेष तरीके बताये। उसने उन्हें पत्थर ले कर और उसे प्लास्टर करने को कहा।
Read Moreइस्राएल का राष्ट्र फिर से इकट्ठा हुआ। हज़ारों लोगों कि कल्पना कीजिये कि किस प्रकार वे अपने महान अगुवे को खड़े सुन रहे थे। पति, पत्नी, बच्चे, और वे सभी विदेशी जो उनके बीच में रहते थे। मूसा उन्हें वाचा के नियम सुनाता रहा। उसने उन्हें दस आज्ञाओं को याद दिलाया और फिर प्रत्येक आज्ञा का पालन करने के कई तरीके सिखाये।
Read Moreमूसा यरदन के पूर्व, मोआब में इस्राएल के राष्ट्र के सामने खड़ा था। लोगों के लिए अपने अंतिम सन्देश में, उसने देखा की वह राष्ट्र यहोवा की महान सच्चाई और महान विफलता, दोनों से गुज़रेगा।
Read Moreपरमेश्वर वास्तव में अपने लोगों के पूरे दिल और जान को चाहता था। वह उनकी पूरी भक्ति को चाहता था, और वह उनकी इच्छाओं और आशाओं को पूरी तरह से अपने ऊपर लेना चाहता था। और कमाल की बात यह है कि यह संभव हो सकता था। उनका अच्छा और पवित्र परमेश्वर उनसे कोई असंभव चीज़ की मांग नहीं करेगा।
Read Moreयहोवा ने, जो इस्राएल का परमेश्वर है, मिस्र से उन सब लोगों को ग़ुलामी से बचाया जिनके साथ उसने सबसे पहले अपनी वाचा को बनाया था। अड़तीस साल बाद, मूसा ने मोआब के मैदानों पर इस्त्राएलियों की अगली पीढ़ी के साथ बात की। पूरा देश यरदन नदी के पास डेरा लगाया हुआ था। दूसरी तरफ वो देश था
Read Moreयहोवा ने मूसा से कहा,“'अब तुम्हारे मरने का समय निकट है। यहोशू को लो और मिलापवाले तम्बू में जाओ। मैं यहोशू को बताऊँगा कि वह क्या करे।'”
Read Moreजिस दिन परमेश्वर ने मूसा को भविष्य के बारे में इस्राएल के लोगों के लिए गीत को दिया, उसने भविष्य के बारे में मूसा को निर्देश दिए। मूसा अबारीम पर्वत से नबो पर्वत पर गया। वहाँ से, वह कनान देश को और उसकी महिमा को देख पाएगा। मोआब में उस पर्वत से, मूसा पश्चिम की ओर यरदन घाटी में देख पाएगा।
Read Moreमूसा नबो पर्वत कि ओर यात्रा पर जा रहा था। वह वहां से वादे के देश को देखेगा जहां वह कभी नहीं जाने वाला था, और उसके बाद वह अपने उस परमेश्वर के पास चला जाएगा जिसकी उसने इतने लंबे समय से ईमानदारी से सेवा कि थी।
Read Moreमूसा ने इस्राएल के बारह जनजातियों को अपना अंतिम आशीर्वाद दिया। जल्द ही, वे वादे के देश में जाएंगे जहां यहोशू कनानी के विरुद्ध युद्ध करने के लिए उनका नेतृत्व करेगा। लेकिन मूसा उनके साथ नहीं होगा। अपने परमेश्वर के प्रति उसकी आज्ञाकारिता में, वह नबो पर्वत की ओर मुड़ा, वो स्थान जो यहोवा इस्राएल के देश को देने जा रहा था।
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