देखिये पतरस कैसे बदल गया! एक बार उसने इनकार किया था कि वह यीशु का मित्र था क्योंकि उसे डर था कि उसे पीटा जाएगा। अब वह यरूशलेम के बीच में खड़े होकर यह घोषित कर रहा था कि यीशु परमेश्वर था! पवित्र आत्मा की शक्ति ने. उसे बदल दिया था। और आत्मा ने सुनने वाले लोगों के दिल में कार्य किया।
Read Moreपतरस और यूहन्ना सुलैमान के ओसारे नामक मंदिर के द्वार में गए। वह भिखारी जिसे पतरस ने फाटक पर, जिसे सुंदर कहा जाता था, अभी अभी ठीक किया था, वह पतरस और यूहन्ना को पकड़े हुए अद्भुत काम के लिए परमेश्वर की प्रशंसा कर रहा था।
Read Moreमहासभा ने मिलकर उन प्रेरितों पर आपराधिक आरोप लगाये, जिन्हें उन्होंने एक दिन पहले गिरफ्तार किया था। फिर भी उस सुबह एक रोमी अधिकारी उनके पास आया और उनसे कहा कि भले ही सैनिकों के वहां पहरा देते हुए भी वे बंदीगृह बंद था, फिर भी प्रेरित वहां से बच कर निकल गए। वे कहाँ हो सकते हैं?
Read Moreजो बुरी बातें स्तिफनुस के बारे में गुस्साए लोग कह रहे थे वे बहुत खतरनाक थीं । यदि उच्च न्यायालय महासभा, यह फैसला लेता है कि वे सही है, तो उन्हें पीटा या पथराव किया जा सकता था । वे उसे मरवा भी सकते हैं! स्तिफनुस यह सब जानता था, लेकिन वह डरा नहीं। स्तिफनुस की आशा संसार में एक अच्छा जीवन पाने की नहीं थी ।
Read Moreस्तिफनुस अपने लोगों, इस्राएल देश, को परमेश्वर के शक्तिशाली कामों की कहानी बताता रहा। उसने मिस्र से बन्धुआई से छुड़ाने के लिए अब्राह्म के वंशजों का नेतृत्व करने के लिए मूसा को चुना था।
Read Moreयुवा मसीही कलीसिया में कई लोगों के साथ जो हुआ वह बहुत ही भयंकर था। अद्भुत स्तिफनुस, जिसे सब प्यार करते थे, मारा गया और अब सब पूरे संसार में बिखर गए थे। केवल प्रेरितों को यरूशलेम में छोड़ दिया गया था। उनके लिए यह समझना मुश्किल था कि यह कैसे परमेश्वर की अच्छी और सही योजना का हिस्सा हो सकता था।
Read Moreस्टिफनुस की मृत्यु के बाद कलीसिया के उत्पीड़न के कारण विश्वासी तितर-बितर हो गए थे, और वे मसीह के सुसमाचार को सब जगह फैला रहे थे। इन सभी आश्चर्यजनक बातों के बीच परमेश्वर सामरिया में जो कर रहा था, प्रभु का एक दूत फिलिप्स के सामने प्रकट हुआ।
Read Moreसुसमाचार का संदेश कई स्थानों तक पहुंच रहा था। सबसे पहले वह सामरिया गया, अब यह इथियोपिया के शाही अदालतों तक पहुँच रहा था! क्रोधित धार्मिक शासक नहीं चाहते थे कि ऐसा ही हो। लेकिन यह वास्तव में परमेश्वर की अद्भुत योजना थी।
Read Moreशाऊल दमिश्क में अन्य शिष्यों से मिला और कई दिनों तक उनके साथ समय बिताया। अब जब वह मसीह की सच्चाई को जान गया था, तो वह तुरंत आराधानालयों में जाने लगा। महायाजक से उस पत्र को देने के बजाय जिससे वह विश्वासियों को जबरन पकड़ सके, वह मसीह के सुसमाचार का प्रचार करने लगा।
Read Moreयाफा के उत्तर में लगभग तीस मील की दूरी पर, वह शहर जहां पतरस शमौन के साथ रह रहा था जो चमड़े का धंधा करता था, वहां कुरनेलियस नामक एक व्यक्ति रहता था। वह एक रोमी सुवेदार था, जिसका अर्थ है कि वह रोमी सेना में एक सेनापति था। वह कम से कम सौ सैनिकों का प्रभारी था।
Read Moreअगले दिन, कुरनेलियस के लोग चलते चलते जब जोपा के पास पहुंचे, तो पतरस शमीन की छत पर चढ़कर प्रार्थना करने लगा। पतरस कितना उत्तरदायी महसूस कर रहा होगा। वह कलीसिया की चट्टान था। उसने जो विकल्प बनाए और जिन चीजों को उसने मंजूरी दे दी थी, वे जीवित परमेश्वर के परिवार पर एक अच्छा प्रभाव डाल रहे थे।
Read Moreकुरनेलियस ने अपने सेवकों को पतरस नामक व्यक्ति को खोजने के लिए भेजा जिसे परमेश्वर ने उसे एक दर्शन में खोजने के लिए कहा था। जब उन्होंने पतरस को पाया और दर्शन को समझाया, तो जो उन पुरुषों ने कहा था उसे पतरस ने स्वीकार किया, और उन्हें अतिथियों के रूप में घर में रहने के लिए आमंत्रित किया।
Read Moreतरस का पूरा सप्ताह बहुत व्यस्त रहा। चमड़े का काम करने वाले शमौन के छत पर बैठे बस तीन दिन पहले ही उसे स्वर्ग से एक दर्शन मिला था। परमेश्वर ने उसे बताया कि वह किसी भी उस वस्तु को अशुद्ध न कहे जिसे परमेश्वर ने स्वयं शुद्ध ठहराया है।
Read Moreजिस समय बरनाबस और शाऊल अन्ताकिया में यीशु के विषय में यूनानी विश्वासियों को सिखा रहे थे, यरूशलेम में परेशानी उभर रही थी। हेरोदेस राजा मसीही लोगों को सता कर यहूदियों के अगुओं को प्रसन्न करने की कोशिश कर रहा था। यह हेरोदेस एक और प्रसिद्ध हेरोदेस राजा का भतीजा था।
Read Moreजब पतरस को एहसास हुआ कि उसे एक दूत द्वारा बन्दीगृह से मुक्त किया गया है, तो वह सीधे मरियम के घर गया। मरियम यूहन्ना मरकुस की मां थी। वह वह व्यक्ति है जिसने मरकुस सुसमाचार की किताब लिखी है। उसने पतरस से यीशु के साथ चलने के अनुभव के साक्षात्कार के द्वारा मरकुस की किताब लिखी।
Read Moreपतरस की हत्या करने की कोशिश करने के बाद, हेरोदेस यरूशलेम से निकलकर कैसरिया को चला गया। यह वही शहर था जहां कुरनेलियस रहता था। हेरोदेस भूमि के बड़े क्षेत्र का राजा था। वहां कई शहरों और लोगों को उसके आदेशों का पालन करना पड़ता था।
Read Moreबरनबास और शाऊल कुछ समय के लिए अन्ताकिया में विश्वासियों के साथ ठहरे हुए थे। जो आध्यात्मिक दान उन्हें परमेश्वर ने यीशु मसीह के सुसमाचार सुनाने के लिए दिए थे उन्होंने उनका प्रयोग किया।
Read Moreलंबी पैदल यात्रा के बाद, पौलुस और बरनवास पिसिदिया अन्ताकिया पहुंचे। हमेशा की तरह, जब वे शहर में पहुंचे, तो पहले आराधनालय में गए। आराधनालय के अगुओं ने पुराने नियम से पढ़ा और फिर उन्होंने पौलुस और बरनवास को कुछ कहने के लिए आमंत्रित किया।
Read Moreजब पौलुस और बरनवास पिसिदिया अन्ताकिया पहुंचे, तो सबसे पहले वे आराधनालय में गए। पौलुस ने एक शानदार उपदेश का प्रचार इन यहूदियों को दिया, जो घर से बहुत दूर थे, कि यहूदियों का मसीहा आ गया था, और उसका नाम यीशु था।
Read Moreजब पौलुस और बरनबास इकुनियुम पहुंचे, तो सबसे पहले वे कहाँ गए थे? वे हमेशा कि तरह, सीधे यहूदी आराधनालय में गए। संदेश को सुनने वाले सबसे पहले अब्राहम के बच्चे होंगे।
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