दानिय्येल और उसके साथी शायद उस समय नौजवान ही थे जब बाबेल के ज्ञानी के लिए एक बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो गयी थी I नबूकदनेस्सर राजा को एक सपना आया I
Read Moreअपने मित्रों के साथ प्रार्थना करने के बाद, परमेश्वर ने दानिय्येल को नबूकदनेस्सर के स्वप्न का रहस्य बताया I दानिय्येल अर्योक के पास गया और उससे कहा, “’बाबुल के बुद्धिमान पुरूषों की हत्या मत करो।
Read Moreअगली कहानी शायद बाबेल के मादी-फारसी साम्राज्य के हाथों में गिरने के शायद एक या दो वर्ष पहले की है I राजा दारा, जो साइरस भी कहलाता था, राजा था I वह वो राजा था जिसे यशायाह नबी ने उसके नाम से पुकारा था I
Read Moreपहले वर्ष में जब बेलशस्सर बाबेल का राजा था, परमेश्वर ने दानिय्येल को उन बातों का एक चौका देने वाला दर्शन दिया जो भविष्य में होने वाली थीं I हम उन छवि को क़यामत कहते हैं क्योंकि एक कहानी को बताने का यह एक अजीब और सुन्दर तरीका था I
Read Moreदानिय्येल ने चौथे पशु को समुन्द्र से निकलते देखा I तब उसने दस सींगों वाले चौथे पशु के एक छोटे सींग को उगते देखा I उस छोटे सींग की ऑंखें और एक मुंह था I वह एक क्रूर राजा का प्रतीक था जिसने देशों पर जीत हासिल कर के उन पर राज्य किया था I
Read Moreवाह, दानिय्येल ने कितना विस्मयकारी स्वप्न देखा! परंतु जो उसने देखा उससे वह बहुत परेशान हुआ। दानिय्येल ने कुछ बहुत ही अद्भुत और लुभावनी चीज़ें देखीं। उसने परमेश्वर को सामर्थ और न्याय के साथ राज्य करते देखा। उसने मनुष्य के पुत्र को बादल में आते देखा ।
Read Moreजिस स्वप्न के विषय में हमने अभी पढ़ा वह राजा बेलशस्सर के बाबेल पर शासन काल के पहले वर्ष के विषय में था I अब हम दानिय्येल के दूसरे स्वप्न के विषय में पढेंगे I
Read Moreदानिय्येल अपने इस स्वप्न के साथ अविच्छिन्नित रहा । उन चार सींगों में से जो यूनान से आये थे, एक और सींग निकल आया । यह सींग शक्ति के साथ बढ़ता गया, विशेषकर दक्षिण और पूर्व की ओर और "सुंदर देश" की ओर ।
Read Moreजो बातें दानिय्येल के स्वप्न में हुईं वे हो चुकी हैं, इसलिए उसका अर्थ स्पष्ट है। परंतु दानिय्येल स्वप्न को लेकर परेशान था। वह उसके अर्थ को समझने की कोशिश कर ही रहा था जब एक आवाज़ कहीं से निकली और कहा, जिब्राएल, इस व्यक्ति को इसके दर्शन का अर्थ समझा दो।” किसने जिब्राएल दूत को दानिय्येल के स्वप्न के विषय में आदेश दिया था? कुछ सोचते हैं कि यह परमेश्वर ही हो सकता है ।
Read Moreदानिय्येल की अगली कहानी एक सुन्दर अध्याय है जो एक मनुष्य के हृदय के विषय में बताता है जो अपने प्रभु से और अपने देश से प्रेम करता है। पिछली दो कहानियों में, हमने दानिय्येल के स्वप्न के विषय में देखा था जो भविष्य के बारे में थे। उन्हें क़यामत कहते हैं।
Read Moreदानिय्येल परमेश्वर से प्रार्थना करने में तत्पर रहा। वह परमेश्वर की स्तुति करने लगा और उसके भयावह समर्थ और वादा किये गए प्रेम के विषय में बताने लगा। अपने हृदय को जांचिए जिस समय आप उन शब्दों को सुनते हैं।
Read Moreदानिय्येल इस्राएल देश के लिए प्रार्थना करता रहा;
“’हे हमारे परमेश्वर, यहोवा, तूने अपनी शक्ति का प्रयोग किया और हमें मिस्र से बाहर निकाल लाया।…….
Read Moreदानिय्येल परमेश्वर के आगे रोया और बहुत दिनों तक परमेश्वर से बड़े जुनून के साथ प्रार्थना करता रहा I दानिय्येल के साथ जो आगे होता है वह बहुत दिलचस्प है I वह सिखाता है कि किस प्रकार मनुष्य की दुनिया और परमेश्वर के स्वर्गदूतों का आत्मिक संसार जुड़ा हुआ है I
Read Moreजब भी परमेश्वर ने अपने पवित्र दूतों को व्यक्तिगत रूप से दिखे हैं, कुछ बड़ा प्रकट होता है I जब परमेश्वर नबूकदनेस्सर और दानिय्येल को संसार के राज्यों का भविष्य दिखाना चाहता था, उसने दृश्य और सपनों को दिखाया I
Read Moreदानिय्येल ने तीन हफ़्ते उपवास और प्रार्थना में प्रभु को पुकारा I परमेश्वर ने एक दूत के द्वारा उसे एक सन्देश भेजा I रास्ते में, उसका सामना फारस के राजकुमार से हुआ, जो एक शक्तिशाली शैतानी दूत था, जिसने दूत को दानिय्येल के पास पहुँचने से रोका था I
Read Moreग्यारह और बारह अध्याय में, दूत दानिय्येल को वह बातें प्रकट करता है जो यूनानी राज्य के राज्य के समय घटेंगी। वे देश के बड़े हिस्से में राज्य करेंगे, और इस्राएल का देश उनके शासन के नीचे होगा।
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