पाठ 4: स्वप्न को देने वाला
दानिय्येल और उसके साथी शायद उस समय नौजवान ही थे जब बाबेल के ज्ञानी के लिए एक बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो गयी थी । नबूकदनेस्सर राजा को एक सपना आया । वह बहुत शक्तिशाली और ज्वलंत था, और वह जानता था कि उसका विशेष अर्थ है । वह जानता था कि भविष्य के बारे में कुछ महत्वपूर्ण है, कुछ महान और सामर्थी । उसका दिमाग भर गया, और वह पता लगाने के लिए बेकरार हो गया । वह इतना परेशां हुआ कि वह सो नहीं पाया । वह इधर-उधर पलटता रहा और उन तस्वीरों के बारे में सोचता रहा जो उसके दिमाग में थीं । उसके सपने में कुछ बहुत बुरा हुआ था, और वह उससे भयभीत हुआ । उसने अपने सभी शाही सलाहकारों को बुलवाया; जादूगर और ज्योतिषी और बाबेल के ज्ञानी और उनसे पूछा कि उसके सपने का क्या अर्थ है ।
“ओ राजा, जीते रहो !” वे चिल्लाये । “अपने सेवकों को सपना बता, और हम उसका अनुवाद करेंगे !” (एनआईवी)
परन्तु नबूकदनेस्सर राजा इन सलाहकारों पर विश्वास नहीं करता था । उसके सपने में द्रऋह था । क्या यदि वे ही उन बुरी बातों के कारण हों जो होने वाली थीं ? क्या यदि वे उनके प्रति साजिश रच रहे हों ? वह उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं देगा जिससे वे उसकी कमजोरियों को देख ले । वह उन्हें कोई भी डरावनी तस्वीर नहीं देगा जिससे उन्हें उस पर ताकत और अंतर्दृष्टि दिखाने का मौका मिले । उनकी ताकत और उनके देवताओं को सपना स्पष्ट करना चाहिए ताकि वे उसे बता सकें कि पहले क्या हुआ ! तब वह उन पर अनुवाद करने के लिए भरोसा कर सकता था !
नबूकदनेस्सर ने जादूगर और ज्योतिषियों की ओर देखा और कहा, “ मैंने यह ठोस निर्णय लिया है: यदि तुम मेरे सपने और उसका अर्थ नहीं बता पाते, तो मैं तुम्हारे टुकड़े—टुकड़े कर डालने की आज्ञा दे दूँगा। और यदि तुम मुझे मेरा सपना बता देते हो और उसकी व्याख्या कर देते हो तो मैं तुम्हें अनेक उपहार, बहुत से प्रतिफल और महान आदर प्रदान करूँगा। सो तुम मुझे मेरे सपने के बारे में बताओ और बताओ कि उसका अर्थ क्या है।”(एनआईवी)
नबूकदनेस्सर के सलाहकार हैरान और डर गए । वे जानते थे कि राजा बहुत निर्दयी हो सकता है, और वह अपनी धमकी को लेकर बहुत गंभीर था । यदि वे उसे वह नहीं दे पाते जो वह चाहता था, वे मारे जाएँगे और उनके घर नष्ट हो जाएँगे । वे किस प्रकार नबूकदनेस्सर को उसका सपना बता पाएँगे जो उसके मस्तिष्क में था ? उन्होंने फिर से पूछा, “हे राजा, कृपा करके हमें सपने के बारे में बताओ और हम तुम्हें यह बतायेंगे कि उस सपने का फल क्या है।”
राजा ने कहा, “मैं जानता हूँ, तुम लोग और अधिक समय लेने का जतन कर रहे हो। तुम यह जानते हो कि यदि तुमने मुझे मेरे सपने के बारे में नहीं बताया तो तुम्हें दण्ड दिया जायेगा। तुम और अधिक समय लेना चाहते हो। यदि तुम मुझे मेरा सपना बता पाओगे तभी मैं यह जान पाऊँगा कि वास्तव में उस सपने का अर्थ क्या है।”
नबूकदनेस्सर के ज्योतिषी और तांत्रिक और जादूगर ने कहा, “’धरती पर कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जैसा, आप करने को कह रहे हैं, जो वैसा कर सके। बस राजा को उसके सपने के बारे में और उसके फल के बारे में देवता ही बता सकते हैं। किन्तु देवता तो लोगों के बीच नहीं रहते!’”
नबूकदनेस्सर राजा बहुत क्रोधित हुआ । यदि उसने यहोवा के नबी, यशायाह की सुनी होती, तो वह आश्चर्य चकित नहीं होता कि उसके बुद्धिमान लोग इतने मजबूर थे । सौ वर्ष पूर्व, यशायाह ने बाबेल को चेतावनी दी थी;
“’... तेरे पास बहुत से सलाहकार हैं।
क्या तू उनकी सलाहों से तंग आ चुकी है तो फिर उन लोगों को जो सितारे पढ़ते हैं, बाहर भेज।
जो बता सकते हैं महीना कब शुरू होता है।
सो सम्भव है वे तुझको बता पाये कि तुझ पर कब विपत्तियाँ पड़ेंगी।
किन्तु वे लोग तो स्वयं अपने को भी बचा नहीं पायेंगे।
वे घास के तिनकों जैसे भक से जल जायेंगे।
वे इतने शीघ्र जलेंगे कि अंगार तक कोई नहीं बचेगा जिसमें रोटी सेकी जा सके।
कोई आग तक नहीं बचेगी जिसके पास बैठ कर वे खुद को गर्मा ले।
ऐसा ही हर वस्तु के साथ में घटेगा जिनके लिये तूने कड़ी मेहनत की।
तेरे जीवन भर जिन से तेरा व्यापार रहा, वे ही व्यक्ति तुझे त्याग जायेंगे।
हर कोई अपनी—अपनी राह चला जायेगा।
कोई भी व्यक्ति तुझको बचाने को नहीं बचेगा।”
यशायाह 47:13ब-15 (मिलर, दानिय्येल, प 83) I
अब जब नबूकदनेस्सर को सबसे अधिक आवश्यकता थी, उसने यह जाना कि यह कितना सच है । इसलिए उसने एक न्याय, एक हुक्मनामा निकलवा दिया, जो बाबेल के सभी बुद्धिमान लोगों पर बहुत अधिक दबाव डालेगा । यदि वे उसके पास आकर उसके सपने को नहीं समझाते हैं, तो वे सब मारे जाएँगे । राजा ने अर्योक को भेजा जो राजा का जल्लाद था, कि वह उस भयानक सन्देश को बताये । वह दानिय्येल और उसके मित्र, सद्रक, मेशक और अबेदनगो को औरों के साथ मरवाने के लिए ढूंढने निकल गया । उन्हें बाबेल के बुद्धिमान पुरुषों के साथ प्रशिक्षण दी गयी थी, और इसलिए उन्हें भी न्याय के साथ सम्मिलित किया गया !
परमेश्वर ने दानिय्येल को महान बुद्धि दी थी । वह जानता था कि किस प्रकार प्रत्येक परिस्थिति में सही काम कैसे करना है ताकि उसका अच्छा परिणाम हो । जब अर्योक उसके पास आया, वह ना तो छिपा या क्रोधित या हिंसक हुआ । उसने अर्योक से आदर और सम्मान से बात की । उसने पूछा कि क्यों राजा द्वारा इतनी कठोर आज्ञा को दिया गया है । और जब उसने नबूकदनेस्सर के सपने के विषय में सुना, वह स्वयं राजा के पास गया । उसने नबूकदनेस्सर से समय माँगा ताकि वह स्वप्न का अर्थ समझ सके । उसे विश्वास था कि इस्राएल का परमेश्वर उसे स्पष्ट करेगा । राजा ने उसकी निवेदन को स्वीकार किया और जब तक दानिय्येल नहीं आया तब तक उसने बुद्धिमान पुरुषों के नरसंहार को बंद कर दिया । दानिय्येल की धार्मिकता बाबेल के बुतपरस्त जादूगरों के लिए संरक्षण था ।
दानिय्येल घर लौटा और अपने मित्रों वह सब बताया जो हुआ । उसने उनसे कहा कि वे स्वर्ग के परमेश्वर को दया और अंतर्दृष्टि के लिए पुकारें ताकि वे बच जाएँ । चारों पुरुषों ने साथ मिलकर परमेश्वर के आगे झुके, प्रार्थना में अपने दिल को उंडेला, उससे सहायता मांगी, और उसने उनकी पुकार सुनी । रात्रि में, परमेश्वर ने दानिय्येल को दर्शन दिया और उसे नबूकदनेस्सर के सपने का रहस्य बताया । उसे ना केवल वह दिया जो स्वप्न में हुआ था, परन्तु उसका अर्थ भी । दानिय्येल ने परमेश्वर की स्तुति उसके कृपापूर्ण सहायता के लिए की, उनके प्राण बचे, और उन्उनके टुकड़े टुकड़े नहीं किये जाएँगे ! दानिय्येल यह सुन्दर प्रार्थना परमेश्वर के लिए गाई:
“’परमेश्वर के नाम की सदा प्रशंसा करो!
शक्ति और सामर्थ्य उसमें ही होते हैं!
वह ही समय को बदलता है वह ही वर्ष के ऋतओं को बदलता है।
वह ही राजाओं को बदलता है।
वही राजाओं को शक्ति देता है और वही छीन लेता है।
वही बुद्धि देता है और लोग बुद्धिमान बन जाते हैं।
वही लोगों को ज्ञान देता है और लोग ज्ञानी बन जाते हैं।
वह गहन और छिपे रहस्यों का ज्ञाता है जो समझ पाना कठिन है।
उसके संग प्रकाश बना रहता है,
सो इसी से वह जानता है कि अंधेर में और रहस्य भरे स्थानों में क्या है!
हे मेरे पूर्वजों के परमेश्वर, मैं तुझको धन्यवाद देता हूँ और तेरे गुण गाता हूँ।
तूने ही मझको ज्ञान और शक्ति दी।
जो बातें हमने पूछीं थी उनके बारे में तूने हमें बताया!
तूने हमें राजा के सपने के बारे में बताया।‘”
दानिय्येल 2:20-23