पाठ 29

दानिय्येल ने तीन हफ़्ते उपवास और प्रार्थना में प्रभु को पुकारा I परमेश्वर ने एक दूत के द्वारा उसे एक सन्देश भेजा I रास्ते में, उसका सामना फारस के राजकुमार से हुआ, जो एक शक्तिशाली शैतानी दूत था, जिसने दूत को दानिय्येल के पास पहुँचने से रोका था I दूत दानिय्येल को भविष्य के विषय में और बातें बताने लगा I उसने उन बातों का वर्णन किया जो उसी समय होंगी जैसे इतिहास में पहले हो चुकी हैं I वे उन्हीं देशों और युद्ध के विषय में थीं जिनके विषय में दानिय्येल ने नबूकदनेस्सर के स्वप्न में जो मूर्ति देखी थी और समुन्द्र से निकालते पशु जिन्हें उसने अपने स्वप्नों के देखा था I

दानिय्येल की प्रार्थनाएं यहूदी लोगों के लिए थीं, जो परमेश्वर का चुना हुआ देश था I हर स्वप्न जो उसने देखा, उसके द्वारा वह परमेश्वर की उन योजनाओं के विषय में जान पाया जो उसके लोगों के लिए थीं I परमेश्वर अक्सर इस प्रकार से कार्य करता है I वह तुरंत हमें कुछ नहीं बताता है I वह धीरे धीरे हमें कुछ विवरण देगा I वह प्रगतिशील रूप में वह बताएगा जो हमें जानने की आवश्यकता है, बगैर ज्यादा बताये वह हमें वह बताएगा जो हमें जानने की आवश्यकता है I  

उद्धारण के लिए, दानिय्येल के दूसरे अध्याय में, नबूकदनेस्सर के स्वप्न द्वारा हमने देखा कि चार महान राज्य होंगे जो उठेंगे I फिर एक अन्य राज्य आएगा जो एक चट्टान के समान होगा और दूसरे राज्यों को तबाह कर देगा I वह चट्टान उठेगा और पूरी पृथ्वी पर एक पहाड़ के समान फैल जाएगा I

दानिय्येल सात में, हम उन चार राज्यों के विषय में पढ़ते हैं कि वे किस प्रकार के होंगे, विशेष करके अंतिम, भयंकर राज्य I क्या आपको वह दुष्ट शासक याद है ? उसका चिन्ह छोटा सींग था, और वह परमेश्वर के विरुद्ध भयंकर बातें बोलता था और परमेश्वर के संतों को सताया था I उस स्वप्न से हमने यह भी देखा कि स्वर्ग का सिंहासन कैसा होगा I हमने देखा कि वह छोटा सींग का किस प्रकार परमेश्वर द्वारा न्याय होगा और उसकी शक्ति हमेशा के लिए नाश कर दी जाएगी I हमने मसीहा के विषय में जाना की किस प्रकार वह महिमा में आएगा, और किस प्रकार परमेश्वर मसीह को और अपने सब संतों एक राज्य देगा जिसका कभी अंत नहीं होगा I

आठ अध्याय में, हम और सीखते हैं I हम देखते हैं कि इन स्वप्नों में जो दूसरा महान राज्य है वह मादी-फारस राज्य है, और तीसरा राज्य जो राज्य करेगा वह यूनान का राज्य होगा I

दानिय्येल को विशेष चेतावनी मिलती है कि एक अन्य बुरा शासक होगा जो यूनान से निकलेगा और परमेश्वर के लोगों के साथ भयानक चीज़ें करेगा I यह व्यक्ति इतिहास में आ चुका है, और उसका नाम अन्तिओकस IV एपिफेनस है I उसने दस हज़ारों यहूदियों को मारा है और पवित्र मंदिर को अपवित्र किया है I उसने भविष्यवाणी को पूरा किया है I वह उस अंतिम प्रभु के शत्रु की तस्वीर है जो अंतिम समय में आएगा I

वास्तव में, पूरे इतिहास में, ऐसे शासक हुए हैं जिन्होंने परमेश्वर के लोगों के साथ बुरे काम किये हैं I बाइबिल बताती है कि वे शैतान की शक्ति के आधीन हैं, और वे मसीह के शत्रु हैं जो उस भयंकर मसीह के शत्रु के समान होगा जो अंतिम समय में आएगा I यूहन्ना प्रेरित इसके विषय में 1 यूहन्ना 2:18 में वर्णन करता है I वह लिखता है, “हे प्रिय बच्चों, अन्तिम घड़ी आ पहुँची है! और जैसा कि तुमने सुना है कि मसीह का विरोधी आ रहा है। इसलिए अब अनेक मसीह-विरोधी प्रकट हो गए हैं। इसी से हम जानते हैं कि अन्तिम घड़ी आ पहुँची है।“ यूहन्ना के समय में, विश्वासियों के ऊपर बहुत सी कठिनाइयाँ आई थीं जो यीशु मसीह के लिए वफ़ादार बने रहे I उन्हें कई बार दंड मिला और उन दुष्ट शासकों द्वारा मारे गए जो मसीह से घृणा करते थे I परन्तु परमेश्वर हमें सिखाता है कि हमें उस पर विश्वास करने की आवश्यकता है और उसके वचन के प्रति वफ़ादार रहना है, चाहे दुष्ट लोग हमारे विश्वास करने के कारण हमारा विरोध करें I

दानिय्येल में हमारे लिए सीखने की एक बात यह है कि उसका नियंत्रण इतिहास पर है I हमारा काम यह है कि चाहे कुछ भी हो जाए हब तक हम इस पृथ्वी पर हैं, हमें उसके प्रति वफ़ादार रहना है I