पाठ18: अति प्राचीन और मनुष्य का पुत्र

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दानिय्येल ने चौथे पशु को समुन्द्र से निकलते देखा I तब उसने दस सींगों वाले चौथे पशु के एक छोटे सींग को उगते देखा I उस छोटे सींग की ऑंखें और एक मुंह था I वह एक क्रूर राजा का प्रतीक था जिसने देशों पर जीत हासिल कर के उन पर राज्य किया था I उसने परमेश्वर के विषय में नीच और भयानक बातें कहीं और संसार के लोगों को उसके नियम में चलने से भरमाया I

फिर दानिय्येल ने कुछ और देखा I जब उसने नीचे पृथ्वी पर देखा उसने यीशु के शत्रु के दुष्ट कामों को देखा I परन्तु जब उसने ऊपर देखा तो उसने इतना अद्भुत, प्रेरणादायक और शानदार दृश्य देखा जिसकी कल्पना हम नहीं कर सकते I दानिय्येल ने स्वर्ग में देखा I दानिय्येल ने ऐसा लिखा;

“मेरे देखते ही देखते, उनकी जगह पर सिंहासन रखे गये
    और वह सनातन राजा सिंहासन पर विराज गया।
उसके वस्त्र अति धवल थे, वे वस्त्र बर्फ से श्वेत थे।
    उनके सिर के बाल श्वेत थे, वे ऊन से भी श्वेत थे।
उसका सिंहासन अग्नि का बना था
    और उसके पहिए लपटों से बने थे।
 सनातन राजा के सामने
    एक आग की नदी बह रही थी।
लाखों करोड़ों लोग उसकी सेवा में थे।
    उसके सामने करोड़ों दास खड़े थे।
यह दृश्य कुछ वैसा ही था
    जैसे दरबार शुरू होने को पुस्तकें खोली गयी हों।

             दानिय्येल 7:9-10

 वाह! क्या आप इसकी कल्पना कर सकते हैं? क्या आप समझ सकते हैं जो दानिय्येल देख रहा था? वह हमारे सबसे उच्च परमेश्वर, ईश्वर, को देख रहा था, जो न्याय करने के लिए, सिंहासन पर बैठा हुआ है I वह अति सिद्धता के साथ विराजमान है, जो गरिमा के साथ, पूरे आराम और शान्ति से भरा हुआ है I वह सफेद वस्त्रों में, यह दिखा रहा है कि वह कितना पवित्र और सिद्ध है I उसकी पूर्ण सत्यता में, उसके आगे हज़ारों दूत, स्वेच्छा पूर्वक उसके सामने खड़े रहते हैं, और उसकी उपासना और अराधना करते रहते हैं I वह पूरी तरह से इसके योग्य है I

क्योंकि सबसे ऊँचा परमेश्वर पवित्र और अच्छा है, वह न्याय करेगा (मिलर, दानिय्येल, 204)I यह दृश्य केवल स्वर्ग का सिंहासन कक्ष नहीं है, वह एक अदालत है, और वह भयानक सींग, जो यीशु का शत्रु है, पवित्र परमेश्वर द्वारा उसका न्याय होगा I परमेश्वर के सिंहासन से जो आग की नदी बह रही है, वह उसका प्रकोप निर्णय है जो यीशु के शत्रु और दुष्ट पर बह रहा है I नबूकदनेस्सर के स्वप्न में, एक पत्थर मूर्ति के पैरों पर फेका गया और उसके टुकड़े हो गए I आग की नदी और चट्टान उसी चीज़ के विषय में बता रहे हैं I जब परमेश्वर का अंतिम न्याय होगा, वह बहुत जल्द और निश्चित होगा I

जब सब इस स्वर्गीय अदालत में अपनी जगह ग्रहण कर लेंगे, किताबें खोली जाएंगी I ये किताबें क्या हैं? परमेश्वर के लिए एक अभिलेख को रखना इतना महत्वपूर्ण क्यों है? इन किताबों में, परमेश्वर ने पूरे इतिहास के प्रत्येक व्यक्ति के प्रत्येक विचार, शब्द, और कार्य का अभिलेख रखा है I परमेश्वर उस किताब में उन सभी चीज़ों के अभिलेख को देखता है जो यीशु के शत्रु और उसके दुष्ट राज्य के विषय में है I जब परमेश्वर न्याय करता है, वह इसलिए नहीं कि वह अपनी शक्ति को और दूसरों पर अपने नियंत्रण को दिखाने के लिए है, या फिर इसलिए कि वह अपने पसंदीदा लोगों को चुने और दूसरों को त्याग दे I वह हमारे जीवन का सही उल्लेख रखता है कि हम किस प्रकार अपने जीवन को जीते हैं I प्रत्येक दिन हम परमेश्वर को आदर देने का या दुष्टता की सेवा करने का निर्णय लेते हैं I सींग अति दुष्ट था, और किताब में उसका स्पष्ट रूप से वर्णन किया गया है I

क्या आप हमारे सुरुचिपूर्ण और दिव्य परमेश्वर और यीशु के शत्रु के घिनौने झूठ के बीच के अंतर को देख सकते हैं ? वह पृथ्वी पर चारों ओर लोगों को धोखा देते हुए अपने स्थान और अधिकार को दिखाता फिरता है I वह शैतान, जो झूठ का पिता है, की शक्ति पर निर्भर करता है I तभी भी परमेश्वर अपने सिंहासन पर आदर और सिद्ध शान्ति के साथ, सामर्थ के साथ राज्य करता है I वह सींग को और समय नहीं देगा I न्याय आ चुका है I

जब चौथा पशु, जो यीशु का दुष्ट शत्रु था, मारा गया, तब दानिय्येल उसे देखता ही रहा I उसका शरीर आग में जलाया गया I अन्य तीन पशुओं को और समय के लिए जीने की अनुमति थी, परन्तु परमेश्वर ने उनकी शक्ति और अधिकार को ले लिया था I

फिर वास्तव में कुछ अद्भुत हुआ, विश्व में एक ऐसा क्षण जो भव्य और जबरदस्त था I यह ऐसा कुछ है जिसे हम हमेशा के लिए याद रखेंगे I यह ऐसा कुछ है जिसे हम हमेशा के लिए मनाएँगे I दानिय्येल के स्वप्न में, स्वर्ग के बादलों में, एक व्यक्ति आया जो मनुष्य का पुत्र था I इसकी कल्पना करने की कोशिश कीजिये! वह सिंहासन के कक्ष में, ईश्वर के पास आया I वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर की उपस्थिति में लाया गया I दानिय्येल ने कहा,  “वह जो मनुष्य के समान दिखाई दे रहा था, उसे अधिकार, महिमा और सम्पूर्ण शासन सत्ता सौंप दी गयी। सभी लोग, सभी जातियाँ और प्रत्येक भाषा—भाषी लोग उसकी आराधना करेंगे। उसका राज्य अमर रहेगा। उसका राज्य सदा बना रहेगा। वह कभी नष्ट नहीं होगा।“

वाह! क्या आप जानते हैं कि परमेश्वर का पुत्र कौन है? वह हमारा प्रभु यीशु मसीह है! मनुष्य का पुत्र परमेश्वर का पुत्र भी है! दानिय्येल वह देख रहा है जो अब तक हुआ नहीं है I भविष्य में किसी दिन, परमेश्वर संसार के सभी राज्यों पर विजय हासिल करेगा, जिस प्रकार उसने चारों पशुओं पर जीत हासिल की थी I एक नया राज्य स्थापित होगा, और मसीह का दूसरा आगमन होगा I

   

जब यीशु पहली बार आया था, उसने दुख उठाया और हमारे पापों के लिए दाम चुकाया I दूसरी बार जब वह आएगा, वह पूरी विजय के साथ आएगा! वह हमेशा के लिए पूरे संसार पर राज करेगा! जब यीशु पृथ्वी पर था, तब उसने दानिय्येल के इन पदों को यह दिखाने के लिए कि वह किस प्रकार फिर से आएगा, उपयोग किया था (मरकुस 14:61-62)I जब तक यीशु दोबारा आता है, परमेश्वर का आत्मिक राज्य उन सभी के हृदय में होगा जिन्होंने अपने पापों से पश्चाताप किया है और यीशु पर विश्वास करते हैं I हम बचे हुए हैं, और उसने अपनी आत्मा हमें दी है I परन्तु एक दिन, यीशु आएगा और एक और राज्य को लाएगा जो भौतिक है, और प्रत्येक भाषा का प्रत्येक व्यक्ति उसकी आराधना करेगा और कहेगा कि यीशु ही प्रभु है !

 

दानिय्येल के स्वप्न ने संसार को एक चुनाव दे दिया है I मानव को जो इतिहास में जीते हैं निर्णय लेना होगा I वे किसकी उपासना करेंगे? वे किसको अपनी आशा के रूप में चुनेंगे? क्या वे संसार के शासन और सत्ता पर विश्वास करेंगे? क्या वे दुष्ट और शक्तिशाली शासकों के साथ एक होंगे जिनका प्रतीक पशु है? या फिर वे महान परमेश्वर की सम्पूर्ण प्रभुता को चुनेंगे? इसमें कोई बीच की बात नहीं है I