पाठ 22 : जिब्राएल द्वारा स्वप्न का अनुवाद

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जो बातें दानिय्येल के स्वप्न में हुईं वे हो चुकी हैं, इसलिए उसका अर्थ स्पष्ट है। परंतु दानिय्येल स्वप्न को लेकर परेशान था। वह उसके अर्थ को समझने की कोशिश कर ही रहा था जब एक आवाज़ कहीं से निकली और कहा, जिब्राएल, इस व्यक्ति को इसके दर्शन का अर्थ समझा दो।” किसने जिब्राएल दूत को दानिय्येल के स्वप्न के विषय में आदेश दिया था? कुछ सोचते हैं कि यह परमेश्वर ही हो सकता है । अब आगे देखिये दानिय्येल किस प्रकार प्रक्रिया करता है:

दानिय्येल लिखता है, "जहाँ मै खड़ा था, वहाँ आ गया। वह जब मेरे पास आया तो मैं बहुत डर गया। मैं धरती पर गिर पड़ा। किन्तु जिब्राएल ने मुझसे कहा, “अरे मनुष्य, समझ ले कि यह दर्शन अंत समय के लिये है।” ऐसे बहादुर व्यक्ति के लिए शक्तिशाली, पवित्र परमेश्वर की उपस्थिति को छोड़ और क्या डरा सकता था? (मिलर, दानिय्येल, 231). 

जब यह शक्तिशाली दूत, जिब्राएल (वही दूत जो मरियम के पास यीशु के जन्म के विषय में बताने के लिए आया था), दानिय्येल को स्वप्न के विषय में बताने लगा, उसे नींद आ गयी । परंतु जिब्राएल ने उसे छुआ और उसे वापस उसके पैरों पर खड़ा कर दिया । जब उसके स्वप्न के वर्णन को पढ़ते हैं, तो देखिएगा यदि आपको याद हो कि हम क्या बता चुके हैं:

"उसने कहा: ‘देख, मैं तुझे अब उस दर्शन को समझाता हूँ। मैं तुझे बताऊँगा कि परमेश्वर के क्रोध के समय के बाद में क्या कुछ घटेगा। तूने दो सींगों वाला मेढ़ा देखा था। वे दो सींग हैं मादी और फारस के दो देश।  वह बकरा यूनान का राजा है। उसकी दोनों आखों के बीच का बड़ा सींग वह पहला राजा है। वह सींग टूट गया और उसके स्थान पर चार सींग निकल आये। वे चार सींग चार राज्य हैं। वे चार राज्य, उस पहले राजा के राष्ट्र से प्रकट होंगे किन्तु वे चारों राज्य उस पहले राजा से मज़बूत नहीं होंगे।‘” क्या आपको याद है कि हमने यूनान के विषय में क्या बताया था और किस प्रकार सिकंदर महान आएगा और मादी- के ऊपर जीत हासिल करेगा? आपको याद है किस प्रकार हमने यह देखा था कि वह मरेगा और फिर उसके चार सेनापति आएंगे और यूनान को उसकी जगह हासिल कर लेंगे?

जिब्राएल दूत समझाता रहा कि, "'जब उन राज्यों का अंत निकट होगा, तब वहाँ एक बहुत साहसी और क्रूर राजा होगा। यह राजा बहुत मक्कार होगा। यह राजा बहुत शक्तिशाली होगा किन्तु उसकी शक्ति उसकी अपनी नहीं होगी। यह राजा भयानक तबाही मचा देगा। वह जो कुछ करेगा उसमें उसे सफलता मिलेगी। वह शक्तिशाली लोगों—यहाँ तक कि परमेश्वर के पवित्र लोगों को भी नष्ट कर देगा। यहाँ तक कि वह राजाओं के राजा से भी युद्ध का जतन करेगा किन्तु उस क्रूर राजा की शक्ति का अंत कर दिया जायेगा और उसका अंत किसी मनुष्य के हाथों नहीं होगा।'" अब जिब्राएल अंटिओकस एपिफेन्स के विषय में बता राजा है जिसने परमेश्वर के पवित्र मंदिर को अपवित्र किया था। परमेश्वर राजकुमारों का राजकुमार है, और जब कोई परमेश्वर की उपासना को नष्ट करता है और परमेश्वर के लोगों को चोट पहुंचाता है, तो वह स्वयं परमेश्वर के विरुद्ध खड़ा हो रहा है! जिब्राएल ने निश्चित किया कि  वह दानिय्येल को इस बुरे अगुवे के विषय में बताएगा कि  वह नाश किया जाएगा I

जिब्राएल दूत ने दानिय्येल को यह कह कर समाप्त किया कि  वह कुछ बहुत दिलचस्प करे। उसने बताया कि यह स्वप्न का अंत है, और दानिय्येल को उसे सील करना होगा क्योंकि ऐसा तुरंत नहीं होगा। यह भविष्य के विषय में चेतावनी थी, और यह आवश्यक था कि  दानिय्येल इस स्वप्न को संभाल कर रखे ताकि भविष्य में यहूदी इसके विषय में जान सकें। परमेश्वर अपने लोगों से प्रेम करता था, और यद्यपि कष्ट आने दिया जा रहा था, वह चाहता था की  वे जानें कि ऐसा होने जा रहा था और वह अब भी सब कुछ उसके हाथ में है। वह देखता है और इस बात की चिंता करता है की  उसके बच्चों के साथ क्या होने जा रहा है।  

जब स्वप्न समाप्त हुआ, दानिय्य्येल बीमार हो गया और बहुत थक गया। राजा की सेवा करने वे पहले उसे कई दिनों तक आराम करना था। उसने कहा की स्वप्न इतना भयंकर था कि वह उससे चौकता रहा। वह उसकी समझ से परे था।