"शुरुआत में, परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी को बनायाI" ये बाइबिल में पहला शब्द है। यह दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण कहानी का बयान करता है। परमेश्वर कि ओर से यह मानवजाति के इतिहास की कहानी है।
Read Moreआइये एक साथ बाइबिल का पहला अध्याय पढ़ें। यह सबसे सुंदर चीज़ है जो किसी भी भाषा में नहीं लिखी गयी और सबसे अच्छी बात यह है कि यह सच है!
Read Moreपरमेश्वर ने पांच दिन में सृष्टि की रचना की। लेकिन छठे दिन पर, वह कुछ बहुत ही खास करने जा रहा था। आइये पढ़ें कि उसने क्या किया;
Read Moreआइये इस बात पर सोचें कि परमेश्वर ने पहला मनुष्य बनाते समय एक पल के लिए क्या किया होगा। यह इतनी अद्भुत और आश्चर्यजनक बात है कि हमें ज़रुरत है कि इन बातों पर एक बार फिर सोचें।
Read Moreपरमेश्वर ने पहले मनुष्य को एक विकल्प दिया था। वह परमेश्वर किआज्ञाओं को अपने निरंतर प्रेम और भक्ति द्वारा दिखा सकता था।
Read Moreआदम और हव्वा खुद पर और दुनिया पर एक भयानक अभिशाप ले कर आये। वे पाप के बंधन में थे। लेकिन आदम को अभी भी भरोसा था।
Read Moreपरमेश्वर ने नूह को जहाज़ बनाने का आदेश दिया और उसे पृथ्वी के प्राणियों से भर देने को कहा। फिर उसने बारिश भेजी।
Read Moreपरमेश्वर ने एक उल्लेखनीय काम किया। उन्होंने नूह और उसके पुत्रों के साथ एक विशेष वाचा या वादा किया। उन्होंने कहा, "तुम मुझ पर भरोसा कर सकते हो की मैं ऐसा फिर कभी नहीं करूंगा।
Read Moreराष्ट्रों कि तालिका हमें बताती है की कैसे मानव जाति कि वृद्धि हुई और नूह और जल प्रलय के बाद वे पृथ्वी भर में फैल गए।
Read Moreशेम नूह का सबसे बड़ा अशिक्षित किया हुआ का पुत्र था। उसके बच्चे और उनके वंशजों को परमेश्वर ने विशेष रूप से चुना था।
Read Moreपरमेश्वर वह सब कुछ देख रहा था जो उसके बनाये हुए मनुष्य कर रहे थे। वह उन्हें देख रहा था जब वे पूर्व कि ओर जा रहे थे, और जब वे उस विशाल ईमारत को बना रहे थे।
Read Moreअब्राम के जीवन कि हालत खस्ता थी। वह पचहत्तर वर्ष का था जब उसके पिता की मृत्यु हो गई थी।
Read Moreपरिवार दक्खिन के देश मिस्र से होकर नेगेव कि ओर गया। वे बेतेल के पास के क्षेत्र में लौट आए। इस जगह पर अब्राम ने परमेश्वर के लिए दूसरी वेदी बनाई।
Read Moreफिरौन द्वारा दिए गए धन और संपत्ति को लेकर अब्राम मिस्र से लौट आया। लूत की भेड़ बकरियां बड़ी हो गईं थीं इसीलिए दोनों गुट अब एक दूसरे के पास नहीं रह सकते थे।
Read Moreवाह। जिस समय हमने उसकी कहानी की शुरुआत की थी, उस समय से अब तक इबराम के जीवन में आए उस अंतर की कल्पना कीजिये I अपनी पत्नी और भतीजे के साथ वह एक भटकने वाले एक व्यक्ति से एक धनि व्यक्ति बन गया, उच्च प्रशिक्षित योद्धाओं की अपनी निजी सेना, और पूरे देश में एक उज्जवल, उच्च सम्मानित प्रतिष्ठा I जैसे ही साल बीत गए, अब्राम का विश्वास बढ़ता चला गया, और परमेश्वर के वादों पर निर्भर होने की उसकी क्षमता एक शक्तिशाली शक्ति बन गयी ।
Read Moreपरमेश्वर ने जब अब्राम को अपने घर को छोड़ कर वादे के देश में जाने को कहा, उसने उसके साथ कुछ शर्तें भी दीं। यदि अब्राम आज्ञा मानता है, तो परमेश्वर उसे अशिक्षित करेंगे।
Read Moreअब्राम के दिनों में, वाचाएं मानव समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थे। वे संधियों या दो समूहों के बीच शांति रखने का समझौता थे।
Read Moreइश्माएल के पैदा होने के बाद तेरह साल बीत गए हैं। इतने सालों में उनके जीवन में बहुत कुछ हुआ होगा।
Read Moreएक दिन, दिन के सबसे गर्म पहर में इब्राहीम अपने तम्बू के दरवाज़े पर बैठा था। यह दिन का सबसे गर्म समय था। इब्राहीम और सारा मम्रे में रहते थे जहां उन्होंने रहने के लिए चुना था।
Read Moreइब्राहीम से तीन आगंतुक मिलने के लिए आये। उसने उनकी दावत कि और अपने घर पर उनकी उपस्थिति का सम्मान किया।
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