दानिय्येल की अगली कहानी एक सुन्दर अध्याय है जो एक मनुष्य के हृदय के विषय में बताता है जो अपने प्रभु से और अपने देश से प्रेम करता है। पिछली दो कहानियों में, हमने दानिय्येल के स्वप्न के विषय में देखा था जो भविष्य के बारे में थे। उन्हें क़यामत कहते हैं।
Read Moreदानिय्येल परमेश्वर से प्रार्थना करने में तत्पर रहा। वह परमेश्वर की स्तुति करने लगा और उसके भयावह समर्थ और वादा किये गए प्रेम के विषय में बताने लगा। अपने हृदय को जांचिए जिस समय आप उन शब्दों को सुनते हैं।
Read Moreदानिय्येल इस्राएल देश के लिए प्रार्थना करता रहा;
“’हे हमारे परमेश्वर, यहोवा, तूने अपनी शक्ति का प्रयोग किया और हमें मिस्र से बाहर निकाल लाया।…….
Read Moreदानिय्येल परमेश्वर के आगे रोया और बहुत दिनों तक परमेश्वर से बड़े जुनून के साथ प्रार्थना करता रहा I दानिय्येल के साथ जो आगे होता है वह बहुत दिलचस्प है I वह सिखाता है कि किस प्रकार मनुष्य की दुनिया और परमेश्वर के स्वर्गदूतों का आत्मिक संसार जुड़ा हुआ है I
Read Moreजब भी परमेश्वर ने अपने पवित्र दूतों को व्यक्तिगत रूप से दिखे हैं, कुछ बड़ा प्रकट होता है I जब परमेश्वर नबूकदनेस्सर और दानिय्येल को संसार के राज्यों का भविष्य दिखाना चाहता था, उसने दृश्य और सपनों को दिखाया I
Read Moreदानिय्येल एक और स्वप्न के विषय में बताता है जो एक दूत के साथ था I यह महान स्वप्न राजा साइरस के राजा बनने के तीसरे वर्ष में हुआ I जब तक दानिय्येल को यह स्वप्न आया, साइरस ने इस्राएलियों को वापस यरूशलेम लौटने की अनुमति दे दी थी (मिलर, दानिय्येल, 276)I
Read Moreदानिय्येल ने तीन हफ़्ते उपवास और प्रार्थना में प्रभु को पुकारा I परमेश्वर ने एक दूत के द्वारा उसे एक सन्देश भेजा I रास्ते में, उसका सामना फारस के राजकुमार से हुआ, जो एक शक्तिशाली शैतानी दूत था, जिसने दूत को दानिय्येल के पास पहुँचने से रोका था I
Read Moreग्यारह और बारह अध्याय में, दूत दानिय्येल को वह बातें प्रकट करता है जो यूनानी राज्य के राज्य के समय घटेंगी। वे देश के बड़े हिस्से में राज्य करेंगे, और इस्राएल का देश उनके शासन के नीचे होगा।
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