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पाठ 38 : हाजिरा के आँसू

इब्राहीम और सारा के ख़ुशी के कई साल बीत चुके थे। इसहाक घुटने के बल चलने लगा था। जब वह दो या तीन साल का हुआ, तब उसके मां का दूध छुड़ा दिया। इब्राहीम ने एक महान दावत करके जश्न मनाया।

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पाठ 43 : रिबका के योद्धा पुत्र

अब्राहम कि प्रिया पत्नी सारा की मृत्यु हो चुकी थी। उसने उसे इसहाक दिया जो परमेश्वर के वादे का पुत्र था, और इसहाक के माध्यम से, परमेश्वर एक पुरोहित राष्ट्र बनाने के लिए इब्राहिम के साथ बनाये वाचा को रखेगा।

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पाठ 47 : धोखे का मूल्य

एक परिवार कि एक दु: खी और विकृत तस्वीर। इसहाक, एसाव, रिबका, और याकूब प्रत्येक पहलौठे पुत्र कि शक्तिशाली और प्रबल आशीर्वाद के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए स्वयं के स्वार्थी महत्वाकांक्षा के बाहर काम कर रहे थे।

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पाठ 49 : याकूब का अपने चाचा लाबान के घर पर आगमन

याकूब अपनी यात्रा पर चलते चलते उस वादे के देश से अलग निकल गया जहां उसकें परिवार ने परमेश्वर का इंतज़ार किया था। वह उसी क्षेत्र में फिर जा रहा था जिसे उसके महान और सम्मानजनक दादा ने सौ साल पहले छोड़ दिया था।

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पाठ 50 : परमेश्वर जो देखता है

परमेश्वर ने देखा किकी लिआ का पति उससे प्रेम नहीं करता था। इतना ही नहीं, उसे अपनी बहन को उससे प्रेम करते देखना पड़ता था।

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पाठ 51 : लाबान के साथ का जीवन: भ्रष्ट और लालची की सेवा

विवाह के उन शुरुआती वर्षों में, याकूब के परिवार में ग्यारह लड़के और एक लड़की हो गई थी! चौदह साल तक, राहेल और लिआ से विवाह करने के लिए वह लाबान के लिए मुख्य चरवाहे के रूप में काम करता रहा।

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पाठ 53 : एसाव का और परमेश्वर का सामना

याकूब और उसके परिवार ने जब लाबान कि भूमि को पीछे छोड़ा, वे ऐसी चीज़ की ओर बढ़ रहे थे जो एक बड़ी समस्या बन सकती है।

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पाठ 56 : भक्तिहीन वस्तुओं के लिए परमेश्वर की वस्तुओं का उपयोग

लिआ की इकलौती बेटी का उल्लंघन शकेम नामक एक क्रूर युवक ने किया था। शकेम दीना से विवाह करना चाहता था, और वह और उसका पिता हमोर यह व्यवस्था करने के लिए याकूब के घर आये थे।

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पाठ 57 : परमेश्वर की वेदियां: याकूब की बेतेल को वापसी

इब्राहीम के बच्चों ने एक नई प्रतिष्ठा कमाई थी। इब्राहिम जो शांति चाहने वाला व्यक्ति था, केवल रक्षा और बचाव के लिए युद्ध में जाता था।

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पाठ 58 : याकूब का इष्ट बेटा

याकूब ने इब्राहीम और सारा से जुड़े परिवार से महिलाओं से विवाह किया था। उनकी उपासना और संस्कृति परमेश्वर के परिवार के उन लोगों के करीब थे।

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