पाठ 94 : सागर के माध्यम से
मूसा ने अपनी बाहें लाल सागर के ऊपर उठाईं, जैसा परमेश्वर ने कहा था। और यहोवा ने पूर्व से तेज आँधी चला दी। आँधी रात भर चलती रही। समुद्र फटा और पुरवायी हवा ने जमीन को सुखा दिया। इस्राएल के लोग सूखी जमीन पर चलकर समुद्र के पार गए। उनकी दायीं और बाईं ओर पानी दीवार की तरह खड़ा था। वाह, कितना अद्भुत और अविस्मरणीय नज़ारा है! रात भर इस्राएली यहोवा किआग के द्वारा मिलने वाली रौशनी से सागर में बने रास्ते पर चलते रहे।
यहोवा द्वारा बनाये रास्ते पर मिस्र के लोगों ने उनका पीछा किया। रात के तीसरे पहर में, आग के खंबे से यहोवा ने नीचे देखा कि समुन्दर से होते हुए मिस्र के लोग उसके लोगों का पीछा कर रहे हैं। परमेश्वर ने एक महान भ्रम की स्थिति पैदा करने की सोची। उसने उनके रथ के पहियों को गिरा दिया जिससे की उनको आगे बढ़ने में कठिनाई हो रही थी। डर के उन्होंने कहा, "'हम लोग यहाँ से निकल चलें। यहोवा हम लोगों के विरुद्ध लड़ रहा है। यहोवा इस्राएल के लोगों के लिए लड़ रहा है!'"
सभी इस्राएली लाल सागर के दूसरे पक्ष पर पहुंच गए, और यहोवा ने मूसा को फिर से अपने हाथ किबढ़ाने को कहा, "'अपने हाथ को समुद्र के ऊपर उठाओ। फिर पानी गिरेगा तथा मिस्री रथों और घुड़सवारों को डूबो देगा।'” मूसा ने परमेश्वर के कहने के अनुसार वैसा ही किया। भोर हो चुकी थी। सूरज किचमक गर्म प्रकाश क्षितिज पर दिखाई देने लगी थी। मूसा ने अपना हाथ समुद्र के ऊपर उठाया और पानी अपने उचित तल पर वापस पहुँच गया। इस्राएल का पूरा राष्ट्र समुद्र के किनारे खड़े मिस्र किसेना को पानी में डूब कर मरते देख रहा था। रथों और घोड़ों के साथ साथ सभी चले गए। समुन्द्र की महान लहरें उनकी लाशों को इस्राएलियों के चरणों पर ले आएंगी। उन्होंने अपने खतरनाक दुश्मनों को तबाह करने के लिए कुछ भी नहीं किया था, लेकिन अब वे सुरक्षित थे। एक बार फिर, यहोवा उन्हें बचाने के लिए ऐसे तरीके से आया जिसका कोई भी इनकार नहीं कर सकता है। बाइबिल कहती है;
"इस्राएल के लोगों ने यहोवा की महान शक्ति को देखा जब उसने मिस्रियों को हराया। अत: लोगों ने यहोवा का भय माना और सम्मान किया और उन्होंने यहोवा और उसके सेवक मूसा पर विश्वास किया।" (निर्गमन 14:31)
इस्राएल के लोगों कि कल्पना कीजिये कि किस प्रकार वे समुन्दर तट पर खड़े पानी और सूर्य के प्रकाश की महान, उथल-पुथल भरे मिश्रण को देख रहे होंगे। वैसा हुआ भी। एक महान राष्ट्र के रूप में, लोग गीत गाने लगे। वे अपने प्रभु किमहिमा से भर गए, और वे भारी हर्ष में उसकी उपासना करने लगे जिसके वह योग्य था। उन्होंने यह गीत गया;
“'मैं यहोवा के लिए गाऊँगा क्योंकि
उसने महान काम किये हैं।
उसने घोड़ों और सवारों को समुद्र में फेंका है।
यहोवा ही मेरी शक्ति है।
वह हमें बचाता है
और मैं गाता हूँ गीत उसकी प्रशंसा के।
मेरा परमेश्वर यहोवा है
और मैं उसकी स्तुति करता हूँ।
मेरे पूर्वजों का परमेश्वर यहोवा है
और मैं उसका आदर करता हूँ।
यहोवा महान योद्धा है।
उसका नाम यहोवा है।
उसने फ़िरौन के रथ
और सैनिकों को समुद्र में फेंक दिया।
फ़िरौन के उत्तम अधिकारी
लाल सागर में डूब गए।
गहरे पानी ने उन्हें ढका।
वे चट्टानों की तरह गहरे पानी में डूबे।
“तेरी दायीं भुजा अद्भुत शक्तिशाली है।
यहोवा, तेरी दायीं भुजा ने शत्रु को चकनाचूर कर दिया।
तूने अपनी महामहिमा में नष्ट किया
उन्हें जो व्यक्ति तेरे विरुद्ध खड़े हुए।
तेरे क्रोध ने उन्हें उस प्रकार नष्ट किया
जैसे आग तिनके को जलाती है।
तूने जिस तेज आँधी को चलाया,
उसने जल को ऊँचा उठाया।
वह तेज़ बहता जल ठोस दीवार बना।
समुद्र ठोस बन गया अपने गहरे से गहरे भाग तक।
“शत्रु ने कहा,
‘मैं उनका पीछा करूँगा और उनको पकड़ूँगा।
मैं उनका सारा धन लूँगा।
मैं अपनी तलवार चलाऊँगा और उनसे हर चीज़ लूँगा।
मैं अपने हाथों का उपयोग करूँगा और अपने लिए सब कुछ लूँगा।’
किन्तु तू उन पर टूट पड़ा
और उन्हें समुद्र से ढक दिया तूने
वे सीसे की तरह डूबे गहरे समुद्र में।
“क्या कोई देवता यहोवा के समान है? नहीं!
तेरे समान कोई देवता नहीं,
तू है अद्भुत अपनी पवित्रता में!
तुझमें है विस्मयजनक शक्ति
तू अद्भुत चमत्कार करता है!
तू अपना दाँया हाथ उठा कर
संसार को नष्ट कर सकता था!
परन्तु तू कृपा कर उन लोगों को ले चला
जिन्हें तूने बचाया है।
तू अपनी शक्ति से इन लोगों को अपने पवित्र
और सुहावने देश को ले जाता है।
“अन्य राष्ट्र इस कथा को सुनेंगे
और वे भयभीत होंगे।'" (निर्गमन 15:1-14a)
इस गीत का पहला भाग यहोवा के किये कार्य के विषय में वर्णन करता था। गीत के बाकी हिस्सों में, परमेश्वर के लोग उस बात के लिए आनंदित हो रहे हैं जो वह करने जा रहा था। अगर वह दुनिया कि सबसे ताकतवर सेना को नष्ट कर सकता है, तो वह किसी को भी जीत सकता है। उन्हें किसका डर? यहोवा, उनका योद्धा राजा, उनके लिए लड़ेगा! उन्हें एदोम, मोआब, या कनान पलिश्तियों जैसे देशों से डरने की क्या ज़रूरत थी? परमेश्वर उनके पक्ष में था!
इस्राएली जब समुद्र के किनारे जश्न मना रहे थे, तो मूसा कि बहन, मरियम, डफ के साथ नृत्य कर रही थी। इस्राएल कि सभी महिलाएं उसके साथ गाने लगीं;
“'यहोवा के लिए गाओ क्योंकि
उसने महान काम किए हैं।
फेंका उसने घोड़े को और उसके सवार को
सागर के बीच में।'”