पाठ17 : तीसरा पशु

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दानिय्येल ने अपने स्वप्न में एक शेर के समान पशु को देखा जिसके बाज के पंख थे Iउसने एक दूसरा पशु देखा जो एक भालू के समान था जो आक्रमण करने के लिए तैयार था I तीसरा पशु एक महान सिंह के समान था और केवल इसी पशु के एक पक्षी के समान चार पंख थे I क्या आप इसकी कल्पना कर सकते हैं? एक विशाल, चित्तीदार बिल्ली जिसके चार पंख हैं! इसकी कल्पना कीजिये I अब एक और चीज़ जोड़िये I एक विशाल चीता जिसके चार पंख हैं उसके चार सर भी हैं I विचित्र! परंतु याद रखिये, यह एक वास्तविक पशु नहीं है, वह एक राष्ट्र का एक चिन्ह है I बाइबिल बताती है कि चार सर को परमेश्वर ने राज्य करने का अधिकार दिया था I इन सब का क्या अर्थ है ?                   

चीता उसी राष्ट्र का प्रतीक है जिस प्रकार नबूकदनेस्सर की मूर्ति का कांस्य पेट और जांघ था I चीता एक बहुत तेज़ दौड़ने वाला जानवर होता है, और ठीक इसी प्रकार यूनान की सेना भी चलती थी I जब उसने मादी-फारस साम्राज्य के ऊपर पदभार संभाल लिया, उसने एक झटके में जीत हासिल कर ली थी I सिकंदर महान, जो उनकी विशाल सेना का मुख्य सेनापति था, उसने कम से कम दस वर्षों में तुर्की से भारत का बॉर्डर तय किया था! (मिलर, दानिय्येल, 199 )I चार सर यह दर्शाते हैं कि यह साम्राज्य चार विभिन्न अगुवों के साथ, चार विभिन्न राज्यों में बट जाएगा I ठीक ऐसा ही इतिहास में हुआ था I सिकंदर महान ने दुनिया के अधिकतर भाग को जीत कर एक महान राष्ट्र बना लिया था, परंतु जब उसकी मृत्यु हुई, उसकी सेना के चार सेनापति ने साम्राज्य के चार भाग कर दिए थे I 

दानिय्येल के स्वप्न में समुंद्र से निकलने वाला चौथा पशु दानिय्येल के लिए बहुत दिल दहलाने वाला था I वह इतना शक्तिशाली था कि वह केवल एक स्वप्न देख कर ही बहुत डर गया था ! यह पशु अन्य किसी भी जानवर के समान नहीं था I उसके बड़े दांत लोहे के से थे जो उसके मुँह से निकल रहे थे I उसने अपने शिकार को दबोच लिया और उसे चुग लिया और जो भी उसके सामने आया उसे उसने कुचल दिया I यह पशु वही राज्य है जो नबूकदनेस्सर की मूर्ति में लोहे की टांग और पैर थे I वह रोमी राज्य था I दानिय्येल ने कहा कि जो पशु उसने देखा था वह अन्य किसी भी पशु से भिन्न था, और उसके दस सींग थे I वह किस प्रकार भिन्न था? उसके दस सींग क्यों थे?

भिन्नता इस राज्य की महान शक्ति, और जिस प्रकार वह आतंक और भय को ला रहा था, में थी I सींग कई बार शक्ति का प्रतीक होते थे I दस सींग यह दर्शाते हैं कि किस प्रकार रोम पूरी तौर से अपने दुश्मनों को नष्ट करता था I यह पशु इतना क्रूर और अन्य पशुओं से भिन्न था कि, दानिय्येल यह नहीं बताता कि पृथ्वी पर कोई भी पशु ऐसा होगा I वह इतना भंयकर है कि उसकी तुलना किसी से भी नहीं की जा सकती थी I यही सब रोमी राज्य के विषय में सच था I वह उन लोगों पर क्रूरता दिखाने के लिए प्रसिद्द था जिन पर वह राज्य करता था (मिलर, दानिय्येल,201)I उसने पूरी शक्ति के साथ ग्रह के पूरे भाग में अन्य किसी भी साम्राज्य से कहीं अधिक समय तक राज किया I इस शक्तिशाली पशु के दस सींग थे I वह नबूकदनेस्सर की मूर्ति के पैर की दस उंगलियों के समान था, है की नहीं ? 

दानिय्येल को वह दस सींग बहुत मनभावने लगे I वह उन्हें देखता रहा, और जब वह देख रहा था, कुछ दिलचस्प हुआ I एक नया सींग अन्य दस सींग के ऊपर से निकल आया I जैसे वह बढ़ता गया, उसने अन्य सींग को खींच निकाला और उन्हें उखाड़ दिया I ऐसा लगता है मानो यह छोटा सींग एक राजा के समान है जिसने रोम के अन्य राजाओं में से तीन पर जीत हासिल कर ली हो I सींग शक्तिशाली होता गया और जल्द ही बाकि दस सींग उसके आधीन में हो गए (मिलर,दानिय्येल,प.202)I शायद यह प्रतीकों का सेट है जिसका अर्थ है कि राष्ट्रों का समूह जिनके पास शक्ति है, एक और शक्तिशाली राजा निकल कर आएगा I जब तक वह पूरे ग्रह पर राज करेगा, वह सभी सींग की शक्ति को हासिल करेगा I 

स्वप्न में, यह सींग जो इतना छोटा था उसकी पास ऑंखें और एक मुँह था! क्या यह अजीब तस्वीर नहीं है? इसकी कल्पना कीजिये! एक भयंकर, विशाल पशु जो अन्य किसी पशु के समान नहीं है, उसकी कल्पना कीजिये। उसके मुँह से बड़े लोहे के से दांत और दस सींग निकल कर आ रहा है जिसमें से एक अन्य और निकल कर आ रहा है जिसकी मनुष्य के समान ऑंखें हैं और एक बोलने वाला मुंह है ! यह कितना आकर्षक और अजीब है । मालूम नहीं यह क्या कह रहा है?

ऑंखें इस बात को दर्शाती हैं कि यह सींग वह राजा है जो देख सकता है, जो बहुत चतुर और होशियार है I परन्तु यह राजा अच्छा नहीं है I वह बहुत अभिमानी और भयंकर बातें बोलता है और हमारे एक मात्र सच्चे परमेश्वर के विरुद्ध भयानक झूठ बोलता है I वह इतनी मंत्रमुग्ध बातें बोलता है जिससे संसार के अधिकतर लोग उस पर विश्वास करना चाहेंगे और उसके पीछे चलना चाहेंगे I यह छोटा सींग जो बढ़ता है वह यीशु मसीह का शत्रु है, और शैतान द्वारा नियंत्रित किया जाएगा I वह बहुत बड़े चमत्कार और चिन्ह दिखाएगा, और अविश्वासियों को धोखा देने के लिए और परमेश्वर से हमेशा के लिए दूर करने के लिए कुछ भी दुष्ट काम कर सकता है I परन्तु जो प्रभु पर विश्वास करते हैं वे देखेंगे कि वह वास्तव में कितना दुष्ट है (मिलर, दानिय्येल, 202)I

हम जानते हैं कि चौथा पशु रोमी राज्य है, और हम यह भी जानते हैं कि यह अंतिम सींग, जो यीशु का शत्रु है, अभी आया नहीं है I ये दर्शन जो यीशु के शत्रु के विषय में हैं, वे हमें उन बातों के विषय में बताते हैं जो अंतिम दिनों में, प्रभु के दिन से पहले, होंगे I प्रभु का दिन वह समय है जब यीशु मसीह अपनी महिमा में आएगा और यीशु के शत्रु का न्याय करेगा I इस समय हम दस सींगों के समय में जी रहे हैं, जब संसार का शासन कई देशों द्वारा किया जा रहा है I