पाठ 74 : बिल्हा और जिल्पा द्वारा जनजाति पर आशीर्वाद
यह कितना दिलचस्प है किउत्पत्ति कि पुस्तक दुनिया के निर्माण के साथ शुरू हुई। परमेश्वर ने अपने शक्तिशाली शब्द से शून्य से पूरे ब्रह्मांड को बनाया। अब, उत्पत्ति के अंत में, याकूब अपने पुत्रों को आशीर्वाद दे रहा है। ये आशीर्वाद भी, परमेश्वर के वचन हैं। वे हज़ारों साल के लिए परमेश्वर के बनाये भविष्य का एक हिस्सा होंगे। परमेश्वर याकूब के माध्यम से उसकी सिद्ध योजना का खुलासा कर रहे थे और याकूब के शब्दों के माध्यम से भविष्य में कुछ बोल रहे थे। एक दिन, यहूदा के वंश से एक राजा आएगा जो सारी दुनिया पर हमेशा के लिए राज करेगा। जो कोई परमेश्वर पर विश्वास करता है वह उस शक्तिशाली वादे पर विश्वास कर सकता था और यह जानें किक्यूंकि परमेश्वर ने कहा है, इसीलिए वह पूरा होगा।
फिर भी याकूब के पुत्र पर परमेश्वर के आशीर्वाद शाप की तरह लगते थे। मानव हृदय की दुष्टता याकूब के पुत्रों के जीवन में पूरी तरह से प्रकट हो रहे थे। रूबेन और शिमोन और लेवी ने परमेश्वर के विरुद्ध बहुत पाप किया था। उनमें पश्चाताप की बहुत कम गहराई दिखाई दी। इस बात का भयानक खतरा था की उनकी दुष्टता उनके बच्चों और उनके वंशजों में फैल जाएगा। उनके विषाक्त अविश्वास और पाप के कारण वे इस्राएल के पूरे राष्ट्र को संक्रमित कर सकते हैं! उनके लिए, याकूब का आशीर्वाद केवल सीमाओं के रूप में आये थे। परमेश्वर को उसके पुत्रों को उनके पाप और कमज़ोरी से बचाना था।
लेकिन परमेश्वर के पास मानव जाति के लिए एक महान, व्यापक, शानदार योजना थी। इस्राएल के बच्चों के माध्यम से वह अभी भी दुनिया को आशीर्वाद देना चाहता था। उसने भविष्य शाही सत्ता और महानता के भव्य आशीर्वाद से यहूदा के पश्चाताप को आशीर्वाद दिया। फिर उसने इस्राएल के अन्य जनजातियों को आशीर्वाद दिया। फिर उसने जबूलून, लिआ के छठे बेटे से यह कहा;
"'जबूलून समुद्र के निकट रहेगा।
इसका समुद्री तट जहाजों के लिए सुरक्षित होगा।
इसका प्रदेश सीदोन तक फैला होगा।'”
(उत्पत्ति 49:13)
यह बहुत दिलचस्प है क्यूंकि, जबूलून बेटों कि सूची में अगला नहीं होना चाहिए था। उसके बाद इस्साकार था। जबूलून के गोत्रा को उससे पहले रखा। इस्राएल के भविष्य के इतिहास में, जबूलून के गोत्रा के सैनिकों को लड़ाई में उनकी निष्ठा और कौशल के लिए स्मरण किया जाएगा। इन्हीं की जनजाति एक भयानक दुश्मन के खिलाफ़ एक युद्ध में पैगंबर डेबोरा के सहयोग के लिए आएंगे। वे बहादुरी से राजा दाऊद के साथ युद्ध करेंगे। जनजाति अपने परिश्रम और कड़ी मेहनत के लिए जाना जाएगा।
इस्साकार के गोत्रा किसी और बात के लिए जाना गया। जब अन्य जनजाती अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने के लिए राष्ट्र के लिए संभव रूप से कई सैनिकों को भेज रहे थे, इस्साकार उनके दुश्मनोंकिग़ुलामी करने लगा। चाहे कोई भी कीमत चुकानी हो, वे शांति के लिए तैयार थे। वे ग़ुलाम बनने को तैयार थे बजाय इसके किवे मूर्ती पूजा करने वाले दुष्ट राष्ट्रों के साथ खड़े हों। उन्हें परमेश्वर या इस्राएल के राष्ट्र के प्रति वफ़ादार होने कि हिम्मत नहीं थी। याकूब ने इस्साकार से कहा;
"'इस्साकर उस गधे के समान है जिसने अत्याधिक कठोर काम किया है।
वह भारी बोझ ढोने के कारण पस्त पड़ा है।
वह देखेगा कि उसके आराम की जगह अच्छी है।
तथा यह कि उसकी भूमि सुहाबनी है।
तब वह भारी बोझे ढोने को तैयार होगा।
वह दास के रूप में काम करना स्वीकार करेगा।”
(उत्पत्ति 49: 14-15)
याकूब का अगला पुत्र दान था;
"'दान अपने लोगों का न्याय वैसे ही करेगा
जैसे इस्राएल के अन्य परिवार करते हैं।
दान सड़क के किनारे के
साँप के समान है।
वह रास्ते के पास लेटे हुए
उस भयंकर साँप की तरह है,
जो घोड़े के पैर को डसता है,
और सवार घोड़े से गिर जाता है।'" (उत्पत्ति 49: 14-17)
याकूब ने इस्राएल के देश में न्याय लाने के लिए दान को आशीर्वाद दिया। दान एक छोटी जनजाति होगी, लेकिन जिस प्रकार एक सांप एक घोड़े के लिए होता है, यह भी अपने दुश्मनों पर वापस हमला करने के समान होगा और विजयी होगा। कई लोग सोचते हैं कि यह समसून, जो दान के गोत्रा से सबसे प्रसिद्ध बाइबिल का चरित्र था, सच था। दान गोत्र पलिश्तियों के साथ एक निरंतर लड़ाई में था। लेकिन समसून को अद्भुत जीत मिलती रही। वह एक सांप के समान था जो, अपने दुश्मनों की एड़ी को काटता और उन्हें पूरी तरह से नष्ट कर देता था।
याकूब के आगे कहे गए शब्द बहुत दिलचस्प हैं। उसने कहा, "'यहोवा, मैं उद्धार की प्रतीक्षा कर रहा हूँ।'” जब याकूब अपने पुत्रों को आशीर्वाद दे रहा था, उसकी भविष्यवाणी उसके लोगों पर आने वाले महान संघर्ष को दिखा रहे थे। सो उसने उनके भविष्य और उनकी जीत के लिए रुक कर उनके लिए प्रार्थना की।
अगली तीन जनजातियां गाद, आशेर, और नप्ताली हैं। उन्हें पढ़ें और देखें की प्रत्येक आशीर्वाद का क्या अर्थ है;
"'डाकुओं का एक गिरोह गाद पर आक्रमण करेगा।
किन्तु गाद उन्हें मार भगाएगा।
आशेर की भूमि बहुत अच्छी उपज देगी।
उसे वही भोजन मिलेगा जो राजाओं के लिए उपयुक्त होगा।
नप्ताली स्वतन्त्र दौड़ने वाले हिरण की तरह है
और उसकी बोली उनके सुन्दर बच्चों की तरह है।'” (उत्पत्ति 19-21)
गाद के गोत्रा को जो भूमि दी जाएगी वह वो स्थान होगा जहां इस्राएल के दुश्मन आकर पहले आक्रमण करेंगे। लेकिन गाद के सैनिक हमेशा वापस आक्रमण करेंगे। जबकि गाद के गोत्रा का एक कठिन इतिहास रहा है, उसके लोगों को उनके क्रूर और सामर्थी होने के लिए माने जाते थे।आशेर के गोत्रा को पश्चिमी गलील में अद्भुत भूमि दी जाएगी। यह उपजाऊ होगी और उसके जनजाति के लोगों के लिए प्रयाप्त रहने का प्रदान करेगा।
परमेश्वर कि कहानी पर ध्यान करना।
परमेश्वर ने याकूब के सभी पुत्रों को देखा और प्रत्येक के लिए एक शब्द था। परमेश्वर आपको भी देखता है! उससे पूछें की आपके जीवन के लिए क्या आशीषें हैं। ज्ञान और दर्शन के लिए उससे मांगें! आप के लिए उसके पास क्या योजनाएं हैं? आपको अब तक क्या लगा है?
मेरी दुनिया, मेरे परिवार, और स्वयं पर लागू करना।
इस्राएल के बारह जनजातियों के लिए परमेश्वर का आशीर्वाद परमेश्वर के मुंह से सीधे नहीं आया था। वह इब्राहीम, इसहाक, और याकूब के समान उन बारह बेटों को नहीं दिखाएगा। ये आशीर्वाद इस्राएल की ओर से कहे गए थे। परमेश्वर ने हमें हमारे परिवार और हमारी कलीसिया के जीवन में आशीर्वाद की घोषणा करने की क्षमता दी है। परमेश्वर किसे चाहेगा कि आप प्रोत्साहन और सच्चाई के शब्दों के साथ आशीर्वाद दें? आपने किसी को एक सुंदर तरीके से परमेश्वर का पालन करते देखा है? आप किसी को इंजील से कुछ आयतें देना चाहेंगे? क्या आपने किसी ऐसे को देखा है जिसके पास आत्मिक वरदान हैं और वह इसे नहीं जानता? परमेश्वर हमारे शब्दों से उनके विश्वास को दृड़ कर सकता है और उन्हें बाहर कदम रखने में मदद कर सकता है। आज आप किसे प्रोत्साहित करेंगे?
हमारे जीवित परमेश्वर के प्रति हमारा प्रत्युत्तर।
बहुत सी आशीषें हैं जिन्हें हम सीधे बाइबिल से ले सकते हैं। उनमें से कुछ दूसरों के लिए प्रार्थना के रूप में आती हैं। पौलूस ने इफिसुस कि कलीसिया के लिए एक सुंदर प्रार्थना को अपनी पत्री में लिखा था। इन अद्भुत शब्दों के साथ हम उन लोगों के लिए प्रार्थना कर सकते हैं जिनसे हम प्रेम करते हैं:
इफिसियों 3: 14-19
"इसलिए मैं परमपिता के आगे झुकता हूँ। उसी से स्वर्ग में या धरती पर के सभी वंश अपने अपने नाम ग्रहण करते हैं। मैं प्रार्थना करता हूँ कि वह महिमा के अपने धन के अनुसार अपनी आत्मा के द्वारा तुम्हारे भीतरी व्यक्तित्व को शक्तिपूर्वक सुदृढ़ करे। और विश्वास के द्वारा तुम्हारे हृदयों में मसीह का निवास हो। तुम्हारी जड़ें और नींव प्रेम पर टिकें। जिससे तुम्हें अन्य सभी संत जनों के साथ यह समझने की शक्ति मिल जाये कि मसीह का प्रेम कितना व्यापक, विस्तृत, विशाल और गम्भीर है। और तुम मसीह के उस प्रेम को जान लो जो सभी प्रकार के ज्ञानों से परे है ताकि तुम परमेश्वर की सभी परिपूर्णताओं से भर जाओ।"
क्या आप इन शब्दों को लेकर किसी परिवार के सदस्य या मित्र के लिए प्रार्थना करना चाहेंगे? परमेश्वर से पूछें कि वह किसके लिए चाहता है कि आप प्रार्थना करें। फिर यीशु में उन्हें यह ख़ूबसूरत आशीर्वाद दें!