पाठ 42 : रिबका का घर आना

इब्राहीम ने इसहाक के लिए एक पत्नी को खोजने के लिए अपने मुख्य सेवक को भेजा। यह महत्वपूर्ण था की इसहाक की पत्नी एक ही परिवार से हो जिन्हें परमश्वर ने एक विशेष रूप से अलग किया था। जो स्थान इब्राहीम और सारा ने वर्षों पहले पीछे छोड़ दिया था, सेवक उसी भूमि में वापस गया। परमेश्वर उसे रिबका नाम की एक खूबसूरत जवान कुंवारी के पास लेकर गया जिसने उसे कुएँ में से पानी दिया था। वह जानता था की इसहाक के लिए यही स्त्री थी, और इसलिए उसने उसे कीमती सोने के कंगन दिये और उसे वापस घर ले जाने के लिए कहा। वह दौड़ कर अपनी माँ के पास गयी और उसे सारा हाल बताया जो कुएं पर उसके साथ बीता था। 

 

रिबका के भाई, लाबान, ने वो सब सुना जो हुआ। उसने वह महंगे सोने के कंगन और नाक की अंगूठी को देखा, और वह जान गया की यह अजनबी उसकी बहन के लिए शादी का प्रस्ताव रख रहा है। वह इब्राहीम के सेवक को कुएँ पर मिलने गया। उसने कहा, "'महोदय, आप पधारें आपका स्वागत है। आपको यहाँ बाहर खड़ा नहीं रहना है। मैंने आपके ऊँटों के लिए एक जगह बना दी है और आपके सोने के लिए एक कमरा ठीक कर दिया है। आप परमेश्वर से धन्य हैं।" 

 

नाहोर के परिवार ने इब्राहीम के मुख्य सेवक का अच्छा आदर सत्कार किया। तब लाबान ने पानी दिया जिससे वह व्यक्ति तथा उसके साथ आए हुए दूसरे नौकर अपने पैर धो सकें। तब लाबान ने उसे खाने के लिए भोजन दिया। लेकिन नौकर ने भोजन करना मना किया। उसने कहा, “मैं तब तक भोजन नहीं करूँगा जब तक मैं यह न बता दूँ कि मैं यहाँ किस लिए आया हूँ।” यह मुलाक़ात बहुमूल्य थी। जब तक वह सब तय नहीं कर लेता वह और नहीं रुकना चाहता था। 

 

"'मेरे मालिक महान व्यक्ति हो गए हैं। यहोवा ने इब्राहीम को कई भेड़ों के रेवड़े तथा मबवेशियों के झुण्ड दिए हैं। इब्राहीम के पास बहुत सोना, चाँदी और नौकर हैं। इब्राहीम के पास बहुत से ऊँट और गधे हैं। सारा, मेरे मालिक की पत्नी थी। जब वह बहुत बूढ़ी हो गई थी उसने एक पुत्र को जन्म दिया और हमारे मालिक ने अपना सब कुछ उस पुत्र को दे दिया है। मेरे स्वामी ने मुझे एक वचन देने के लिए विवश किया। मेरे मालिक ने मुझसे कहा, ‘तुम मेरे पुत्र को कनान की लड़की से किसी भी तरह विवाह नहीं करने दोगे। हम लोग उनके बीच रहते हैं, किन्तु मैं नहीं चाहता कि वह किसी कनानी लड़की से विवाह करे।  इसलिए तुम्हें वचन देना होगा कि तुम मेरे पिता के देश को जाओगे। मेरे परिवार में जाओ और मेरे पुत्र के लिए एक दुल्हन चुनो।’  मैंने अपने मालिक से कहा, ‘यह हो सकता है कि वह दुल्हन मेरे साथ इस देश को न आए।’  लेकिन मेरे मालिक ने कहा, ‘मैं यहोवा की सेवा करता हूँ और यहोवा तुम्हारे साथ अपना दूत भेजेगा और तुम्हारी मद्द करेगा। तुम्हें वहाँ मेरे अपने लोगों में मेरे पुत्र के लिए एक दुल्हन मिलेगी।  किन्तु यदि तुम मेरे पिता के देश को जाते हो और वे लोग मेरे पुत्र के लिए एक दुल्हन देने से मना करते हैं तो तुम्हें इस वचन से छुटकारा मिल जाएगा।'

 

फिर उस सेवक ने उन्हें बताया की वह उनके शहर में कैसे आया। उसने बताया की किस प्रकार उसने प्रार्थना की कि परमेश्वर उसे वो स्त्री दिखाए जो ना केवल उसे पानी पिलाये परन्तु उसके ऊंटों को भी पिलाये। उसने बताया की कैसे रिबका ने ठीक वैसा ही किया था। परमेश्वर ने बड़े स्पष्ट रूप से उसकी प्रार्थना का जवाब दिया। और कई मीलों बहुत दिनों तक यात्रा करने के बाद, जो स्त्री परमेश्वर ने दी वह इब्राहीम के भाई की पोती थी! 

इब्राहीम के सेवक ने पूरी कहानी बताई, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे यह समझें की किस प्रकार परमेश्वर ने उसे रिबका तक पहुँचने में उसकी अगुवाई की। उसने कहा, अब बताओ कि तुम क्या करोगे? क्या तुम मेरे मालिक पर दयालु और श्रद्धालु बनोगे और अपनी पुत्री उसे दोगे? या तुम अपनी पुत्री देना मना करोगे? मुझे बताओ, जिससे मैं यह समझ सकूँ कि मुझे क्या करना है।”

 

तब लाबान और बतूएल ने उत्तर दिया, “हम लोग यह देखते हैं कि यह यहोवा की ओर से है। इसे हम टाल नहीं सकते। रिबका तुम्हारी है। उसे लो और जाओ। अपने मालिक के पुत्र से इसे विवाह करने दो। यही है जिसे यहोवा चाहता है।”

 

इब्राहीम के नौकर ने यह सुना और वह यहोवा के सामने भूमि पर झुका। यह सब अपने चुने हुए लोगों के लिए परमेश्वर करता है। 

 

 तब उसने रिबका को वे भेंटे दी जो वह साथ लाया था। उसने रिबका को सोने और चाँदी के गहने और बहुत से सुन्दर कपड़े दिए। उसने, उसके भाई और उसकी माँ को कीमती भेंटें दीं।

 

दूसरे दिन सवेरे इब्राहिम के सेवक ने जाने कि अनुमति मांगी कि वह इब्राहिम की नई दुल्हन के साथ लौट जाये। लेकिन वे नहीं चाहते थे कि वह इतनी जल्दी जाये। वे जानते थे कि वे उसे दोबारा कभी नहीं देख पाएंगे। उन्होंने कहा, “रिबका को हम लोगों के पास कुछ दिन और ठहरने दो। उसे दस दिन तक हमारे साथ ठहरने दो। इसके बाद वह जा सकती है।” 

 

लेकिन सेवक ने उनसे कहा, “मुझसे प्रतीक्षा न करवाएं। यहोवा ने मेरी यात्रा सफल की है। अब मुझे अपने मालिक के पास लौट जाने दें।”

 

रिबका के भाई और माँ ने कहा, “हम लोग रिबका को बुलाएंगे और उस से पूछेंगे कि वह क्या चाहती है?” उन्होंने रिबका को बुलाया और उससे पूछा यदि वह इब्राहिम के सेवक के साथ तुरंत चली जाना चाहती है। 

 

रिबका ने कहा, “हाँ, मैं जाऊँगी।” वाह! कितना तेजस्वी विश्वास है! जहां उसका परिवार अनिच्छुक था, वहीं वह हिम्मत वाली थी। और इसलिए उन्होंने उसे भेज दिया। इसके साथ उसकी आया और कई अन्य दासियाँ साथ गईं। इब्राहीम और इसहाक के घर वह अकेली नहीं गई। जब वह जाने लगी तब वे रिबका से बोले,

“हमारी बहन, तुम लाखों लोगों की
    जननी बनो
और तुम्हारे वंशज अपने शत्रुओं को हराएं"

 

रिबका के साहस के बारे में सोचिये! वह सब कुछ छोड़ कर उस दूल्हे से शादी करने के लिए अजनबियों के साथ गई। वे जंगल और रेगिस्तान के ऐसे क्षेत्रों से गुज़र रहे थे जिन्हें रिबका ने पहले कभी नहीं देखा था। एक शाम इसहाक मैदान में विचरण करने गया। इसहाक ने नज़र उठाई और बहुत दूर से ऊँटों को आते देखा। रिबका ने नज़र डाली और इसहाक को देखा। तब वह ऊँट से कूद पड़ी। उसने नौकर से पूछा, “हम लोगों से मिलने के लिए खेतों में टहलने वाला वह युवक कौन है?”

नौकर ने कहा, “यह मेरे मालिक का पुत्र है।” इसलिए रिबका ने अपने मुँह को पर्दे में छिपा लिया।

नौकर ने इसहाक को वे सभी बातें बताईं जो हो चुकी थीं। तब इसहाक उस स्त्री को अपनी माँ के तम्बू में ले आया। उसी दिन इसहाक ने रिबका से विवाह कर लिया। वह उससे बहुत प्रेम करता था। अतः उसे उसकी माँ कि मृत्यु के पश्चात् भी सांत्वना मिली।

 

परमेश्वर कि कहानी पर ध्यान करना।  

परमेश्वर इब्राहिम के सेवक को सीधे उस कुँए पर लेगया जहां रिबका पानी के लिए आएगी। परमेश्वर उसके चरित्र कि ओर बहुत वर्षों से काम कर रहे थे ताकि वह ऐसी स्त्री बन सके जो एक कुल अजनबी के ऊंटों को पानी देगी। सोचिये उसके दिल को कैसा लगा होगा जब उसने यह सुना कि किस प्रकार परमेश्वर उसके सेवक को उस तक लेकर आया। उसके जीवन के लिए परमेश्वर के पास विशिष्ट, अनमोल योजना थी, और उसने किसी और की अगुवाई की कि वह इन बातों को पूरा करे। क्या आप जानते हैं की इतिहास में आपके लिए भी परमेश्वर इसी तरह से काम कर रहा है? क्या आप परमेश्वर पर विश्वास में इंतजार कर रहे हैं, या आप जीवन को इस तरह ले रहे हैं मानो यह केवल एक दुर्घटना है?

 

मेरी दुनिया, मेरे परिवार, और स्वयं पर लागू करना।  

जब रिबका परमेश्वर की इच्छा को समझ गयी, वह आज्ञा का पालन करने के लिए तैयार हो गई। उसका परिवार उसे भेजने के लिए तैयार नहीं था। अपने परिवार के किसी सदस्य को अलविदा कहना कैसा लगता है? वे जानते थे किवे उसे फिर कभी नहीं देख पाएंगे! आप उसके साहस कि कल्पना कर सकते हैं? 

 

क्या आप विश्वास करते हैं कि परमेश्वर के पास आप के लिए एक योजना है? क्या आप विश्वास करते हैं की इसहाक और रिबका कि तरह आप के लिए भी परमेश्वर किसी को तैयार कर रहे हैं? आप इस के बारे में प्रार्थना कैसे करते हैं? यीशु पर विश्वास करने के बाद, यह आपके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण निर्णय है! परमेश्वर से मांगिये कि वह आपको सिखाये और मार्गदर्शन करे। यदि आप एक माता पिता हैं, अभी से अपने बच्चों के लिए परमेश्वर के आगे रो कर मांगना शुरू कीजिये। एक परिवार के रूप में, क्या आप अभी अपने घर के अविवाहित सदस्यों में से प्रत्येक के लिए प्रार्थना कर सकते हैं? परमेश्वर के संरक्षण और आशीर्वाद को मांगिये!

 

जीवित परमेश्वर के प्रति हमारा प्रत्युत्तर। 

विवाह को लेकर,प्रत्येक मानव हृदय की वैराग्य में, भय और संदेह में रहता है। अदन कि वाटिका में आदम और हव्वा ने जो उज्ज्वल और सिद्द पवित्रता को साझा था वह पाप से विकृत हो गया था। हम में से प्रत्येक अलग चीजों के साथ संघर्ष करता है। हम में से कुछ के लिए, वासना और इच्छा की कमज़ोरी हमें लज्जा से भर सकता है। हमारे अंदर ऐसे विचार हैं जो हम नहीं चाहते कि कोई और जाने। दूसरों के लिए, हम, अस्वीकृति से डरते हैं, हम प्रेम के लिए वांछित और अयोग्य महसूस करते हैं। हम में से कुछ स्वार्थी गर्व और अपने स्वयं के लाभ के लिए दूसरों का उपयोग करने के लिए प्रलोभन के साथ संघर्ष कर सकते हैं। परमेश्वर महान माफी और बहाली का परमेश्वर है। वह अपने बच्चों को शुद्धता और प्रेम की पूर्णता में लाना चाहता है। एक पल के लिए चुपचाप बैठें। जब आप अपने जीवन भर के लिए एक ही व्यक्ति को प्यार करने के बारे में सोचते हैं, तो क्या किसी बात का भय है? कोई ऐसी बात जो नहीं चाहते कि और कोई जाने? जितना आपको मिलता है क्या आपके अंदर उससे बढ़कर देने कि इच्छा है?परमेश्वर के पास इन प्रश्नों को लेकर जाइये और उसके साथ चुपचाप बैठें। वह आपको क्या दिखा रहा है? कोई ऐसा पाप जिसे कबूलने की जरूरत है? क्या आपके दिल में कोई ऐसा घाव है जिसे चंगाई की जरूरत है? यीशु से प्रार्थना कीजिये कि वह आकर आपके कमज़ोर टूटे क्षेत्रों में अपने सामर्थी प्रेम से भर दे। उससे प्रार्थना कीजिये कि वह आपको विवाह की वो खूबसूरती को दर्शाये जैसा की उसने आशयित किया है। उससे मांगिये कि वह आपको उसकी योजनाओं को दिखाना शुरू करे जो उसने आपके लिए बनायीं हैं। अब प्रार्थना कीजिये की वह आपको निरंतर प्रवर्तित करता रहे ताकि आपके विवाह के लिए आपको अनुग्रह और शक्ति प्रदान करे जिसकी आपको आवश्यकता है।