पाठ 44 : इसहाक और इब्राहीम, एक ही कपड़े से काटे गए
इसहाक और रिबका कि शादी के शुरुआती दिनों में, और उनके जुड़वे बच्चे होने के समय से पहले, वे कई परीक्षणों और संघर्ष से गुज़रे। एक समय पर, एक महान अकाल भूमि पर आया, और परिवारों को खाने के लिए पर्याप्त खोजने के लिए बहुत कठिन होता चला गया। यह खतरनाक होता जा रहा था।परमेश्वर के चुने हुए परिवार की जान खतरे में थी। अब इसहाक क्या करेगा?
खैर, उसने अपने परिवार और अपने कर्मचारियों, अपने टेंट और पशुओं और सभी बहुमूल्य ख़ज़ाने को संकुल किया। वे मिस्र की ओर निकल पड़े जहां नील नदी अंतहीन पानी की आपूर्ति से बहती है। यह अपने लोगों और उनके पशुओं को खिलाने के लिए भरपूर मात्रा में फसल देती थी। रास्ते में, वे पलिश्तियों के देश से गुज़रे। जब वे वहाँ थे, इसहाक ने परमेश्वर की वाणी सुनी।
परमेश्वर ने इसहाक से कहा की वह मिस्र ना जाये। इसहाक को वादे के देश में ही रहना था। वाह! इसके लिए एक ज़बरदस्त साहस और विश्वास चाहिए। उसके कबीलों को भूखा रहना हो सकता है। शायद उनके पालतू जानवर भी मर सकते हैं। तौ भी इसहाक वफ़ादार था। वह अबीमेलेक के नगर में चला गया।
अबीमेलेक के नाम को हम पहले सुन चुके हैं। इब्राहीम और सारा अपनी यात्रा में उस नाम के एक आदमी से मिल चुके हैं। वह एक राजा था, और इब्राहीम उससे डरता था। सारा इतनी सुन्दर थी की इब्राहीम को डर था की राजा उसे मार डालेगा यदि उसे यह पता चले की इब्राहिम उसका पति है। सो उसने पहले अबीमेलेक को बताया की सारा उसकी बहन है, और अबीमेलेक उसे अपनी पत्नी बनाने के लिए अपने घर में ले गया। वाह! आप सोच सकते हैं कि सारा को कैसा लगा होगा? लेकिन परमेश्वर ने उसका दिन बचा लिया। अबीमेलेक के सपने में आकर परमेश्वर ने उसे बता दिया की सारा इब्राहिम की पत्नी है, और अबीमेलेक ने उसके पति को उसे वापस भेज दिया।
अब इसहाक शायद पहली बार अबीमेलेक के पोते के आमने सामनेआया। यह राजा स्वयं को गरार के देश में पलिश्तियों का राजा कहता था। उसने वादे के देश में शासन किया। परमेश्वर ने इसहाक को और आगे जाने से रोका और अबीमेलेक के देश में ठहरने को कहा।
फिर कुछ अद्भुत हुआ। परमेश्वर इसहाक को प्रकट हुए। थेओफनी एक ऐसा काल्पनिक शब्द है जो दर्शाता है की परमेश्वर मानव को कैसे प्रकट होते हैं। परमेश्वर इब्राहिम को थेओफनी में तीन बार प्रकट हुए, और हर बार यह अपने चुने हुए सेवक के जीवन में एक महान चिन्ह के समान था। अब परमेश्वर इब्राहीम की वाचा पारित करने के लिए इसहाक के पास आये। परमेश्वर ने इसहाक से कहा;
"'उसी देश में रहो और मैं तुम्हारे साथ रहूँगा। मैं तुम्हें आशीर्वाद दूँगा। मैं तुम्हें और तुम्हारे परिवार को यह सारा प्रदेश दूँगा। मैं वही करूँगा जो मैंने तुम्हारे पिता इब्राहीम को वचन दिया है। मैं तुम्हारे परिवार को आकाश के तारागणों की तरह बहुत से बनाऊँगा और मैं सारा प्रदेश तुम्हारे परिवार को दूँगा। पृथ्वी के सभी राष्ट्र तुम्हारे परिवार के कारण मेरा आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। मैं यह इसलिए करूँगा कि तुम्हारे पिता इब्राहीम ने मेरी आज्ञा का पालन किया और मैंने जो कुछ कहा, उसने किया। इब्राहीम ने मेरे आदेशों, मेरी विधियों और मेरे नियमों का पालन किया।” इसहाक ठहरा और गरार में रहा। उत्पत्ति 26: 2 बी -6
वाह, यह कितना अद्भुत पल था। उन सभी वर्षों में, इसहाक ने इब्राहीम और सारा से परमेश्वर के वादे के बारे में सीखा था। अब परमेश्वर ने उसे दर्शन दिया था, और इसहाक ने उन शब्दों को सुना जिन्हें सुनकर वह बड़ा हुआ था। उनके वंशज तारों के समान गिनती में होंगे, और हर देश उनके द्वारा धन्य हो जाएगा। सभी मानवता का भाग्य इसहाक और रिबका के भाग्य में बांध दिया गया था!
यह बहुत दिलचस्प है कि परमेश्वर ने इन वादों को इब्राहीम के माध्यम से इसहाक को दिये। अब्राहम की आज्ञाकारिता से संग्रहित आशीर्वाद इसहाक के ऊपर आये। इब्राहीम ने वो सब कुछ माना जो परमेश्वर उससे चाहते थे। परमेश्वर के साथ उसका रिश्ता एक ऐसे सिद्ध सम्मिलन में था कि वह अगली पीढ़ी में बहने लगा!
परमेश्वर ने इसहाक को बहुतायत से महान और कीमती वादे दिए, लेकिन इसहाक उन्हें देखे बिना उन पर विश्वास करता था। परमेश्वर ने एक महान अकाल के बीच में उन्हें प्रदान किया, और वह इसहाक और रिबका को बीस साल के इंतजार के बाद जुड़वा बच्चे देगा। इसहाक को उसी विश्वास में रहना था जिसमें की इब्राहीम था। उसे उसी बुलाहट और आज्ञाकारिता में रहना था। गरार में अपने विशाल कबीले को बसा के उसने अपनी आज्ञाकारिता को दिखाया! उसने एक अच्छे और कुशल जीवन के ऊपर, अकाल कि कठिनाईयों को और परमेश्वर के प्रति वफ़ादारी को चुना।
गरार के पुरुषों को जल्द रिबका नज़र आ गयी। वह अति उल्लेखनीय सौंदर्य किएक महिला थी।इसहाक उसे अपनी पत्नी स्वीकार करने से डर रहा था। क्या यदि उसे पाने के लिए वे उसे मारना चाहता हों? इसलिए उसने झूठ बोला। उसने उन्हें बताया कि वह उसकी बहन थी। हम्म. और कौन ऐसा बोलता है? इसहाक अपने पिता कितरह कर रहा था!
अब, यह झूठ हमें थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन हमें यह स्मरण रखना है कि वे एक अलग समय में थे। वहां कोई पुलिस अधिकारी मौजूद नहीं होते थे यदि कोई किसी परिवार पर आक्रमण भी करे। अगर कोई किसी की हत्या करता है और उसे अदालत में पेश करना हो तो कोई अदालत भी नहीं थी।यह एक खतरनाक और विधिहीन जगह थी, और लोग शातिर और भ्रष्ट थे। इसहाक को डरने के लिए अच्छे कारण थे। लेकिन उसे पता होना चाहिए था। उसे विश्वास के साथ परमेश्वर के पास जाना चाहिए था। यदि स्थानीय लोगों में से कोई रिबका को लेजा कर शादी करना चाहता, तो क्या होता? इसहाक उसे जाने देता? परमेश्वर के वादे का क्या होता?
परमेश्वर किकहानी पर ध्यान करना।
इसहाक ने अपनी पत्नी के बारे में झूठ बोला था। उसने यह दिखा दिया की उसे अपने परिवार की रक्षा के लिए परमेश्वर पर भरोसा नहीं था। और इसलिए उसने वाचा को जोखिम में डाल दिया। लेकिन इस कहानी से पता चलता है की इसहाक अपनी विफलताओं में भी परमेश्वर पर भरोसा कर सकता है। इसहाक के विश्वासघाती होने पर भी परमेश्वर अपने वाचा को रखेंगे!
यदि आप स्वयं के विश्वास में ठोकर खाते हैं तो इसका क्या मतलब है? आप यीशु मसीह के खून से ढांपे गए हैं! जब आप परमेश्वर के पुत्र में अपना विश्वास रखते हैं, तो उसकी मृत्यु और जी उठने की शक्ति आपको अंधकार के राज्य से ज्योति के राज्य में ले आता है! अपने पाप से पश्चाताप कीजिये और उससे क्षमा मांगिये!
मेरी दुनिया, मेरे परिवार, और स्वयं पर लागू करना।
अक्सर परिवारों में, हम हर एक पीढ़ी में वही पाप को उसी रूप में देखते हैं। एक बेटा अपने पिता के समान वही भयानक क्रोध के साथ संघर्ष कर सकता है। या एक माँ अपनी गपशप करने की आदत या आलसी स्वभाव अपनी बेटी में भी डाल सकती है। ऐसे पापों की बुरी आदतें को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को सिखाया जाता है। परमेश्वर का शत्रु सारे परिवारों को पाप और धोखे में फंसाना चाहता है! वह एक पीढ़ी की कमज़ोरियों को और विफलताओं को अगली पीढ़ी में डालना चाहता है। इसहाक के विश्वास की कमज़ोरी ठीक इब्राहीम की कमज़ोरी की तरह थी! उनकी सुंदर पत्नियों की रक्षा के लिए उन्होंने परमेश्वर पर भरोसा नहीं किया, और इसलिए उन्होंने अपनी प्रिय स्त्रियों को भयानक खतरे में डाल दिया! हमारे पाप हमारे प्रियों को कितना दर्द देते हैं!
क्या आपके जीवन में कोई पाप या कमज़ोरी है जिससे आपको लगता है कि आप उनसे उबर नहीं पाएंगे?
क्या आपके परिवार में कोई ऐसा पाप है जो एक पीढ़ी से दूसरी में चला जा रहा है? प्रार्थना में कुछ समय बिताएं और परमेश्वर को बताएं कोई भी ऐसी बात जो वो चाहता है कि आप उसे उसके आगे प्रकट करें। उसके उत्तर के लिए शांत होकर सुनें।
परमेश्वर के प्रति हमारा प्रत्युत्तर।
इस प्रार्थना के द्वारा आप अपने परिवार के पापों के प्रतिरूप को परमेश्वर के सामने लेजा सकते हैं। यह प्रार्थना कोई जादू नहीं है। यह केवल एक नमूना है जिससे आप अपने प्रभु यीशु मसीह से अपने दिल कि जरूरतों के बारे में कह सकते हैं।
"प्रिय स्वर्गीय पिता, मैं आपके पास अपने पूर्वजों के सभी पापी प्रतिरूप को अस्वीकार कराने के लिए आया हूँ। मैं इस विश्वास में खड़ा हूँ की, मैंने अंधकार के राज्य से छुटकारा पा लिया है। मैं जीवित परमेश्वर का गोद लिया बच्चा हूँ और स्वर्ग के राज्य का एक क़ीमती सदस्य हूँ। मैं यीशु मसीह के साथ क्रूस पर चढ़ाया गया हूँ। जिस सामर्थ से आपने यीशु मसीह को जिलाया था वही सामर्थ मुझमें जीवित है। स्वर्ग में उसके बैठने के लिए मुझे जिलाया गया है। जिस जीवन को मैं जी रहा हूँ, वह मैं परमेश्वर के पुत्र में विश्वास से जीता हूँ, जिसने मुझसे प्रेम किया और मेरे लिए अपने आप को दे दिया। मुझे भय की आत्मा नहीं दी गयी है, बल्कि प्रेम, संयम और शक्ति की। यीशु के नाम में, मैं शैतान और उसकी शैतानी फ़ौज को आदेश देता हूँ की उनकी ताक़तें तोड़ी जाएं, जो मेरे मन में मेरे खिलाफ काम करती हैं।मैं दुश्मन के सारे षड्यंत्रों की निंदा करता हूँ जो मेरे शरीर, आत्मा और आत्मा के खिलाफ गठन किया करते हैं, और परमेश्वर के वचन पर विश्वास में खड़े रहने के लिए निर्णय लेता हूँ। मैं यह घोषणा करता हूँ और विश्वास करता हूँ की मैं यीशु मसीह के खून से खरीदा गया हूँ। और मैं उसके उद्धार के कार्य की पूर्ण स्वतंत्रता में चलता रहूंगा।
प्रभु यीशु, मैं अपने पूरे शरीर, मन, और हृदय को आपके सामने समर्पित करता हूँ ताकि आपके लिए एक सिद्द पात्र बन सकूँ। मैं पाप की ग़ुलामी को अस्वीकार करता हूँ और अपने आप को पवित्र आत्मा की शक्ति में, सिद्धता की ग़ुलामी के लिए देता हूँ। केवल आप ही मेरे वास्तविक स्वामी हैं। प्रभु यीशु, मैं प्रार्थना करता हूँ की आपकी पवित्र आत्मा मेरे परिवार में विशेष रूप से काम करे। हर गढ़ और हर दुष्ट आत्माएं या हमें धोखा देने वाली ताक़तें जो हमें चोट पहुंचाती हैं, वे तोड़ी जाएं। मैं उस अधिकार और सामर्थ से प्रार्थना करता हूँ जो यीशु मसीह के द्वारा बचाया गया है। यीशु के अनमोल नाम से आमीन।"