पाठ 15 : क़यामत का समझाया जाना
हम जो पढ़ने जा रहे हैं वह दानिय्येल की पुस्तक के सातवें अध्याय से आता है I अब तक दानिय्येल की पुस्तक में हमने देखा कि किस प्रकार शक्तिशाली और प्रभु परमेश्वर सबसे महान साम्राज्य और सबसे शक्तिशाली राजाओं के ऊपर है I हमने पहले पदों में देखा कि किस प्रकार परमेश्वर ने शद्रक, मेशक, और अबेदनगो को उस धधकती आग से और दानिय्येल को शेरों के माँद से बचाया I हमने देखा कि किस प्रकार परमेश्वर ने दानिय्येल को, नबूकदनेस्सर को चेतावनी देने के लिए उसके दर्शन और स्वप्न समझाने के द्वारा, उसे उपयोग किया I दानिय्येल के अगले अध्याय दिखाएँगे कि किस प्रकार परमेश्वर ना केवल कार्यरत और पूर्व और वर्तमान के शास्त्रों और शासकों पर नियंत्रण रखे हुआ था, परन्तु किस प्रकार उसने भविष्य में जो होने जा रहा है उसे विहित किया!
हमने पहले छह अध्यायों में सीखा कि दानिय्येल एक बहुत साहसी, विश्वासयोग्य, और धर्मी व्यक्ति था I वह हर काम में बहुत बुद्धिमान था I उसने परमेश्वर पर तब भी भरोसा रखा जब ऐसा लगा कि वह निश्चय मरेगा I और वह इतना प्रतिभाशाली था कि उसे सबसे उच्च पद पर रखा गया I वह एक बहुत भला व्यक्ति था क्योंकि वह अपने परमेश्वर के प्रति पूरे दिल से निष्ठावान था, और स्वयं परमेश्वर ने कहा कि दानिय्येल एक ऐसा व्यक्ति है जिसकी बातों को गंभीरता से लेना चाहिए I यह केवल दानिय्येल के समय ही सत्य नहीं था I यह पूरे समय का सत्य था I दानिय्येल ने किताब लिखी जो उसके नाम से कहलाई जाती है, और वह जीवित परमेश्वर के पवित्र वचन का हिस्सा है I
अध्याय 7 से, दानिय्येल दर्शन के विषय में बताना आरंभ करेगा जो उसे परमेश्वर के द्वारा भविष्य के विषय में मिला था I ये अध्याय केवल इसलिए नहीं लिखे गए थे कि पूर्व के राजा और इस्राएल का देश आशा और विश्वास रख सके I वे हमारे लिए लिखे गए थे I दानिय्येल की किताब में बहुत सी बातें अब तक नहीं घटी हैं, हालांकि उनमें से बहुत सी घट चुकी हैं I जब हम पढेंगे, तब हम भिन्नताओं को जान पाएँगे I हम उन बड़ी घटनाओं को देख पाएँगे जिनके विषय में दानिय्येल ने कहा था कि वे घटने से पहले सौ वर्ष पूर्व घटेंगी I और उन बड़ी और महान बातों को देखेंगे जो भविष्य में होएंगी I दानिय्येल का सन्देश हमारे लिए जीवित और शक्तिशाली है क्योंकि वह हमें बताती हैं कि हमें उतना देखना है जितना राजा नबूकदनेस्सर को बताया गया था I
बहुत से लोग कहते हैं कि यह अध्याय पुस्तक का हृदय है I इसे पूरे पुराने नियम का सबसे महत्वपूर्ण अध्याय कहा जाता है क्योंकि वह परमेश्वर की योजना इतिहास के लिए जो है उसके विषय में बताता है (मिलर,192)I परन्तु इसे समझना बहुत कठिन होगा I परमेश्वर ने दानिय्येल को इन बातों को जिस के रूप में प्रकट किया उसे क़यामत कहते हैं I क़यामत उन कहानियां को बताते हैं जो किसी अन्य वस्तु की पूरी तस्वीर और छवि से भरा होता है I परमेश्वर दानिय्येल को भविष्य के विषय में बहुत से पशुओं का उपयोग करके कहानी को बताएगा I सींग वाले भेड़ और मेमने और शेर और उकाब होंगे I परन्तु कहानी केवल पशुओं के विषय में ही नहीं है, वह इतिहास के महान देशों और उनके शासकों के विषय में है I
क्या आपको नबूकदनेस्सर का वह स्वप्न याद है जो एक सोने का सर वाला विशाल मूर्ति के विषय में था? उसकी छाती चांदी की थी, पेट और जांघ पीतल के थे, और पैर लोहे के और मिट्टी के मिश्रण के थे I क्या वह स्वप्न केवल एक मूर्ति के विषय में ही नहीं था? वह उन चार शक्तिशाली साम्राज्यों के विषय में बता रहा था जो बाबेल से शुरू होकर सारी दुनिया पर शासन करेंगे I फिर एक अंतिम राज्य आया, और दर्शन में वह एक चट्टान थी I वह परमेश्वर का राज्य था, और वह हमेशा के लिए राज्य करेगा !
जिन स्वप्नों और दर्शन के विषय में हम किताब के शेष भाग में पढेंगे वे उन चार साम्राज्यों के विषय में भी बताएँगे I वे उन शासकों के विषय में और विस्तार से बताएँगे जो उठेंगे और उन पर राज्य करेंगे I और वे उन अद्भुत बातों के विषय में बताएँगे जो यीशु के पृथ्वी पर आने के समय घटित हुईं थीं, और वह सब जो उसके वापस आने पर होंगे! (मिलर, 192)I वाह! दानिय्येल को पढ़ना उस भविष्य के विषय में पढ़ना है जिसके विषय में प्रभु परमेश्वर ने योजना बनाई थी I
परमेश्वर हमें भविष्य के विषय में इतना क्यों बताता है? यह दानिय्येल के समय के यहूदियों को दर्शाता है कि परमेश्वर अब भी नियंत्रण में था I वे ग़ुलामी में थे, यरूशलेम नाश हो चुका था I उनके लिए यह असंभव रहा होगा कि इस्राएल फिर से एक राष्ट्र हो सकता था I परन्तु दानिय्येल के दर्शन ने सिखाया कि परमेश्वर अब भी संसार के साम्राज्यों में शक्ति के साथ कार्य कर रहा था, और अब भी उनके साथ अपनी वाचा को बनाए रखेगा I उनके देश हमेशा रहेंगे और उनका मसीहा उन्हें बचाने अवश्य आएगा I इसके द्वारा उन्हें यशायाह और नए नबियों के वादों की नई आशा मिली कि मसीह निश्चय दोबारा आएगा और सभी देशों पर पूर्णरूप से विजयी होगा I (मिलर, 192)I
परमेश्वर ने दानिय्येल को सातवें अध्याय में पहले वर्ष में बेलशस्सर के राजा होने का दर्शन दिखाया I यह लगभग 553 ई.पू. में था I दानिय्येल सड़सठ वर्ष का था, और नबूकदनेस्सर नौ वर्ष पूर्व मर चुका था (मिलर,194)I क्या आपको बेलशस्सर याद है? वह वो राजा था जिसने दीवार पर एक हाथ को लिखते देखा था I वह एक दुष्ट आदमी था I उसने यहूदियों का इतना तिरस्कार किया था कि उसने मंदिर के पवित्र, स्वर्ण प्यालों का उपयोग एक नशे की पार्टी में किया ताकि उनके परमेश्वर की अवहेलना कर सके I शायद परमेश्वर ने दानिय्येल को यह दर्शन दिया ताकि वह यहूदी लोगों को उस समय तसल्ली दे सके जब वे एक दुष्ट शासक के कारण उदास और हतोत्साहित थे (मिलर, 194)I