पाठ 73 : यहूदा का शाही आशीर्वाद
दूसरे पुत्र को परमेश्वर का दिया आशीर्वाद रूबेन, शिमोन, और लेवी से बिलकुल भिन्न था। यह पुत्र यहूदा था। हम इसके विषय में पढ़ेंगे की किस प्रकार उसका विस्तृत आशीर्वाद इस्राएल और दुनिया के देश को बदल देगा। ये उल्लेखनीय आशीर्वाद अनंत काल तक जारी रहेंगे!
लेकिन यहूदा ही क्यों? वह अपने अन्य भाइयों की तरह पापी था। उसने एक कनानी स्त्री से शादी कर ली। उसके दो पुत्र इतने दुष्ट थे की परमेश्वर ने उसके खिलाफ़ और पाप करने से उन्हें रोकने के लिए जल्दी उनके जीवन को समाप्त कर दिया। याकूब ने अपनी ही बेटी के साथ कुछ भयानक पाप किया था। यहूदा ने कभी भी यूसुफ को मारने की कोशिश नहीं की थी, लेकिन दास के रूप में उसे बेचने का विचार उसी का था! उसके जीवन के अधिकांश समय में, वह धार्मिकता का एक भयानक नमूना था।
अंत में, याकूब पश्चाताप का एक खूबसूरत नमूना बन गया। जब उसने तामार के साथ किये उस भयानक उपचार की सच्चाई का सामना किया, तो उसने तुरंत पछतावा किया। उसने इसे ढांपने या झूठ बोलने की कोशिश नहीं की, उसने ईमानदारी के साथ अपने व्यवहार का सामना किया। यह यहूदा ही था जिसने बिन्यामीन को बचाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, जिससे यह दर्शाता है की उसका हृदय वास्तव में यूसुफ को बेचने की शर्मिन्दि से परिवर्तित हो गया था। यहूदा ने पश्चाताप को अपनी पीढ़ी तक पहुंचाया। वे परमेश्वर के आगे सब कुछ सही और पूर्ण रीती से करने की इच्छा रखने लगे। वे इसी तरह से जीते रहे और स्वयं के पुत्रों को इससे पारित कर दिया। विश्वास का यह अद्भुत गुण यहूदा के पूरे जनजाति की महान निशानी बन गई। और इसीलिए, परमेश्वर ने कहा की एक दिन, वह इस्राएल के पूरे देश भर में यहूदा के वंश को शासन करने के लिए दे देगा। यहूदा पर याकूब का आशीर्वाद इस प्रकार है;
"'यहूदा, तुम्हारे भाई तुम्हारी प्रशंसा करेंगे।
तुम अपने शत्रुओं को हराओगे।
तुम्हारे भाई तुम्हारे सामने झुकेंगे।
एक दिन, इस्राएल के अन्य जनजातियां स्वेच्छा यहूदा को पूरे देश पर शासन करने का अधिकार दे देंगे। यहूदा भी इस्राएल के दुश्मनों पर महान जीत पाएगा।
यहूदा उस शेर की तरह है जिसने किसी जानवर को मारा हो।
हे मेरे पुत्र, तुम अपने शिकार पर खड़े शेर के समान हो
जो आराम करने के लिए लेटता है,
और कोई इतना बहादुर नहीं कि उसे छेड़ दे।
एक शेर शाही सत्ता की भव्यता का प्रतीक था। यह किसी भी दुश्मन के खिलाफ निडर होकर शिकार करता है। यह पशुओं और मनुष्यों का शिकार एक समान रूप से करता है। यहूदा के गोत्रा इस्राएल के राष्ट्र के लिए शक्तिशाली योद्धा और महान जीत को लाएंगे। फिर भी यहाँ, शेर आराम करने के लिए लेट जाता है। यह इतना शक्तिशाली है कि बिना दुश्मनों के डर के साथ सो जाता है। किसी के पास इतनी हिम्मत नहीं है किउसे नींद से जगा सके और उसे क्रोधित करे। यहूदा शक्ति और विश्वास के साथ राज करेगा।
यहूदा के परिवार के व्यक्ति राजा होंगे।
उसके परिवार का राज—चिन्ह उसके परिवार से
वास्तविक शासक के आने से पहले समाप्त नहीं होगा।
राजाधिकार एक जवाहरात और सोने से सजाया गया एक शाही गन्ना होता है। यह राजा की शक्ति का प्रतीक था। यहूदा राष्ट्र के वास्तविक राजा के रूप में राज करेगा। यह इस्राएल के देश में एक महत्वपूर्ण भविष्यवाणी थी!
यहूदा के लिए शाही शासनकाल के लिए परमेश्वर का शक्तिशाली आशीर्वाद समाप्त नहीं होगा। यह उस दिन के लिए है जब, पृथ्वी पर सभी देशों को यहूदा के वंश से एक राजा के लिए आज्ञाकारिता में उसके आगे झुंकेंगे। यह एक दिलचस्प भविष्यवाणी है क्यूंकि यह अभी तक नहीं हुई है। एक समय था जब इस्राएल के सभी जनजाती यहूदा के राजाओं के आगे झुकते थे। लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ जब हर एक जाति और भाषा और देश के लोग कभी भी किसी भी राजा के आगे झुके हों। यहूदा के महान सिंह, अनन्त राजा का आना अभी नहीं हुआ है (प्रकाशितवाक्य 5) हमें अभी भी उस अद्भुत दिन का इंतज़ार है। आपको क्या लगता है की कौन होगा?
याकूब आगे कहता है:
वह अपने गधे को अँगूर की बेल से बाँधता है।
वह अपने गधे के बच्चों को सबसे अच्छी अँगूर की बेलों में बाँधता है।
वह अपने वस्त्रों को धोने के लिए सबसे अच्छी दाखमधु का उपयोग करता है।
उसकी आँखे दाखमधु पीने से लाल रहती है।
उसके दाँत दूध पीने से उजले है।'”
उत्पत्ति 49: 8-12
यहूदा के आशीर्वाद का यह भाग प्राचीन कल्पना से भरा हुआ है। याकूब के समय में, एक गधे की सवारी करना सम्मान का प्रतीक था। यह शाही था। अब यदि, एक गधा एक बेल से बंधा जाएगा, तो शायद वह उसे नष्ट कर देगा। ऐसे समय में, जब खाने पीने की इतनी तंगी हो, तब ऐसा करना मूर्खता है। लेकिन परमेश्वर यहूदा के वंश को इतनी भरपूरी के साथ आशीषित कर सकता है की वे अपने दाख की बारियां को लेकर लापरवाह हो सकते हैं। वे अपने गधों को अंगूर की बेल के साथ बांध देंगे ताकि यदि वह टूट भी जाये तौभी दाखरस बनाने के लिए उनके पास बहुतायत के अंगूर होंगे। और दाखरस इतनी बहुतायत से होगा की वे अपने कपड़े उसमें धो सकेंगे! यहूदा के लिए, परमेश्वर के आशीर्वाद के तहत उसका जीवन बहुत सुंदर होगा। उसकी आँखें चमकती हुई होंगी और उसके दांत चमकदार। और जैसा यहूदा के साथ चला आ रहा था वैसे ही उसके वंशजों के लिए भी होगा।
ये आशीर्वाद इस्राएल के लोगों के लिए कविता के समान होंगी, और सैकड़ों वर्ष के लिए इस्राएल के लोग इसे स्मरण करेंगे। सभी जनजाती यह जान लेंगे की यहूदा एक दिन उन पर राज्य करने के लिए था। यदि वे अपने महान पूर्वज याकूब की इच्छाओं और अपने परमेश्वर के आशीर्वाद का सम्मान करने कि कामना करते हैं, तो यह कविता यहूदा को इस्राएल पर शासन करने के लिए सामर्थ देगी।
परमेश्वर कि कहानी पर ध्यान करना।
यहूदा का वंश उच्च सम्मान कि जगह के लिए उठाया जाएगा। यह परमेश्वर का पवित्र सौभाग्य है। हमारे लिए यह समझना बिलकुल असंभव है की परमेश्वर कैसे किसी को भी सम्मानित करने के लिए चुन सकता है, लेकिन हम जानते हैं की जिनको वह सम्मानित करता है उसमें विनम्रता है। हम परमेश्वर के सामने विनम्रता के साथ कैसे आ सकते हैं?
मेरी दुनिया, मेरे परिवार, और स्वयं पर लागू करना।
यहूदा अपने सम्मान के स्थान से आया जब उसने अपने भाई को अपना जीवन दे दिया। परमेश्वर के पवित्र देश के राजा उसके पुत्रों से आएंगे।लेकिन इस सम्मान की अपेक्षा बहुत दूर तक जाएगी। परमेश्वर के राजसी सिंहासन के आसपास स्वर्ग के स्वर्गदूतों द्वारा दिये गए इस गौरवशाली आराधना के शब्दों को सुनें:
"देखो! यहूदा के वंश का सिंह जो दाऊद का वंशज है विजयी हुआ है! "
क्यूंकि आप देखें, यहूदा से आया गया सबसे बड़ा राजा, राजा यीशु था। यहूदा का वंश मसीहा को लाएगा। वाह! यह सबसे सर्वोच्च सम्मान की बात है!
हमारे जीवित परमेश्वर के प्रति हमारा प्रत्युत्तर।
यहूदा एक उच्च और पवित्र विशेषाधिकार से सम्मानित किया गया था। लेकिन पहले वह गहरी एक नम्रता के तहत आया। उसे पश्चाताप करके परमेश्वर को उसके जीवन को बदलने की अनुमति देनी चाहिए। यहाँ एक तस्वीर है जो दिखाती है की सही पश्चाताप के साथ पाप से दूर होना और यीशु मसीह की ओर मुड़ना क्या होता है:
गलतियों 2:20
"इसी से अब आगे मैं जीवित नहीं हूँ किन्तु मसीह मुझ में जीवित है। सो इस शरीर में अब मैं जिस जीवन को जी रहा हूँ, वह तो विश्वास पर टिका है। परमेश्वर के उस पुत्र के प्रति विश्वास पर जो मुझसे प्रेम करता था, और जिसने अपने आप को मेरे लिए अर्पित कर दिया।"