पाठ 12 : परमेश्वर के बुद्धिमान दास का बुलाया जाना
राजा बेलशस्सर ने अपने एक हजार अधिकारियों को उस समय एक बड़ी दावत दी जिस समय मादी फारसी की सेना बाबेल के शहर की ओर बढ़ रही थी I दशकों पहले, उसके पिता ने एक दिन स्वप्न देखा था, बाबेल को जीत लिया जाएगा और मादी फारसी साम्राज्य द्वारा प्रतिस्थापित किया जाएगा जो दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति है I जिस परमेश्वर ने स्वप्न भेजा था वह इस्राएल का परमेश्वर, यहोवा था, और जिस व्यक्ति ने अनुवाद किया था वह दानिय्येल था, जिसकी भक्ति अपने परमेश्वर के प्रति प्रसिद्ध थी I बेलशस्सर ने उन सोने और चांदी के प्यालों को मंगवाया जिन्हें यरूशलेम के मंदिर से लिया गया था और उसके अधिकारीयों को उनमें पीने के लिए दिया गया था I उसके हज़ारों अतिथि महान भोज में शराबी मद्यपान के उत्सव और गिरावट में छक कर पी रहे थे I इस बीच, मादी फारसी सेना पास आ गयी थी I अचानक, एक हाथ दिखा जो मानो दीवार पर चल रहा हो I वह उस भाषा में लिखने लगा जो किसी की समझ में नहीं आता था, बाबेल के महान ज्ञानी भी नहीं I तब बेलशस्सर की माँ आई, और अपने पुत्र की परेशानी को जानते हुए, उसने उसे दानिय्येल के विषय में स्मरण दिलाया, जिसने इतने वर्ष नबूकदनेस्सर की सेवा की थी I
दानिय्येल अब लगभग अस्सी वर्ष का हो गया था (मिलर, 161)I उसे उसी रात राजा के पास लाया गया I राजा ने कहा;
“क्या तेरा नाम दानिय्येल है मेरे पिता महाराज यहूदा से जिन लोगों को बन्दी बनाकर लाये थे, क्या तू उन्ही में से एक है मैंने सुना है, कि ईश्वरों की आत्मा का तुझमें निवास है और मैंने यह भी सुना है कि तू रहस्यों को समझता है, तू बहुत चुस्त और बुद्धिमान है। बुद्धिमान पुरूष और तांत्रिकों को इस दीवार की लिखावट को समझाने के लिए मेरे पास लाया गया। मैं चाहता था कि वे लोग उस लिखावट का अर्थ बतायें। किन्तु दीवार पर लिखी इस लिखावट की व्याख्या वे मुझे नहीं दे पाए। मैंने तेरे बारे में सुना है कि तू बातों के अर्थ की व्याख्या कर सकता है और तू अत्यंत कठिन समस्याओं के उत्तर भी ढ़ँूढ सकता है। यदि दीवार की इस लिखावट को तू पढ़ दे और इसका अर्थ तू मुझे समझा दे तो मैं तुझे यहे वस्तुएँ दूँगा। मैं तुझे बैंगनी रंग की पोशाक प्रदान करूँगा, तेरे गले में सोने का हार पहनाऊँगा। फिर तो तू इस राज्य का तीसरा सबसे बड़ा शासक बन जायेगा।”
दानिय्येल 5:13-16
दानिय्येल प्रभावित नहीं हुआ I उसने राजा से कहा, “’तुम अपने उपहार अपने पास रखो, अथवा चाहो तो उन्हें किसी और को दे दो। मैं तुम्हें वैसे ही दीवार की लिखावट पढ़ दूँगा और उसका अर्थ क्या है, यह तुम्हें समझा दूँगा।‘” तब दानिय्येल ने वास्तव में उसे सुनाया;
“’हे राजा’” दानिय्येल ने बोलना आरंभ किया, “’परम प्रधान परमेश्वर ने तुम्हारे दादा नबूकदनेस्सर को एक महान शक्तिशाली राजा बनाया था। परमेश्वर ने उन्हें अत्याधिक महत्वपूर्ण बनाया था। 19 बहुत से देशों के लोग और विभिन्न भाषाएँ बोलनेवाले नबूकदनेस्सर से डरा करते थे क्योंकि परम प्रधान परमेश्वर ने उसे एक बहुत बड़ा राजा बनाया था। यदि जिन्हें राजा मार डालना चाहता तो वह मार दिया जाता और यदि वह चाहता कि कोई व्यक्ति जीवित रहे तो उसे जीवित रहने दिया जाता। यदि वह लोगों को बड़ा बनाना चाहता तो वह उन्हें बड़ा बना देता और यदि वह चाहता कि उन्हें महत्वहीन कर दिया जाये तो वह उन्हें महत्वहीन कर देता। किन्तु उसको अभिमान हो गया और वह हठीला बन गया। सो परमेश्वर द्वारा उससे उसकी शक्ति छींन ली गयी। उसे उसके राज सिंहासन से उतार फेंका गया और उसे महिमा विहीन बना दिया गया। इसके बाद लोगों से दूर भाग जाने के लिये नबूकदनेस्सर को विवश किया गया। उसकी बुद्धि किसी पशु जैसी हो गयी। वह जंगली गधों के बीच में रहने लगा और ढोरों की तरह घास खाता रहा। वह ओस में भीगा। जब तक उसे सबक नहीं मिल गया, उसके साथ ऐसा ही होता गया। फिर उसे यह ज्ञान हो गया कि मनुष्य के राज्य पर परम प्रधान परमेश्वर का ही शासन है और साम्राज्यों के ऊपर शासन करने के लिये वह जिस किसी को भी चाहता है, भेज देता है।
“’किन्तु हे बेलशस्सर, तुम तो इन बातों को जानते ही हो! तुम नबूकदनेशस्सर के पोते हो किन्तु फिर भी तुमने अपने आपको विनम्र नहीं बनाया। 23 नहीं! तुम विनम्र तो नहीं हुए और उलटे स्वर्ग के यहोवा के विरूद्ध हो गये। तुमने यहोवा के मन्दिर के पात्रों को अपने पास लाने की आज्ञा दी और फिर तुमने, तुम्हारे शाही हाकिमों ने, तुम्हारी पत्नियों ने, तुम्हारी दासियों ने उन पात्रों में दाखमधु पीया। तुमने चाँदी, सोने, काँसे, लोहे, लकड़ी और पत्थर के देवताओं के गुण गाये। वे सचमुच के देवता नहीं हैं। वे देख नहीं सकते, सुन नहीं सकते तथा वे कुछ समझ भी नहीं सकते हैं। तुमने उस परमेश्वर को आदर नही दिया, जिसका तुम्हारे जीवन या जो कुछ भी तुम करते हो, उस पर अधिकार है। सो इसलिए, परमेश्वर ने उस हाथ को भेजा जिसने दीवार पर लिखा। दीवार पर जो शब्द लिखे गये हैं, वे ये हैं:
मने, मने, तकेल, ऊपर्सीना।
“इन शब्दों का अर्थ यह है,
मने: अर्थात् जब तेरे राज्य का अंत होगा, परमेश्वर ने तब तक के दिन गिन लिये हैं।
तकेल: अर्थात् तराजू पर तुझे तोल लिया गया है और तू पूरा नहीं उतरा है।
ऊपर्सीन: अर्थात् तुझसे तेरा राज्य छीना जा रहा है और उसका बंटवारा हो रहा है।
यह राज्य मादियों और फारसियों के लोगों को दे दिया जायेगा।‘”
दानिय्येल 5:18-28
वाह! दानिय्येल ने बहुत साहस के साथ इन बातों को अधिकारीयों के सामने निडरता के साथ राजा के सामने कहा I बेलशस्सर ने उस पर विश्वास किया होगा, क्योंकि उसने आज्ञा दी की दानिय्येल को बैंगनी वस्त्र पहनाये जाए और गले में सोने की चेन पहनाई जाए I दानिय्येल को अधिकार का राज्य में सबसे ऊँचा पद दिया गया I फिर भी जो कुछ दानिय्येल ने कहा था वह कुछ ही घंटों में बीतने जा रहा था I उसी रात, उसी रात बाबुल की प्रजा के स्वामी राजा बेलशस्सर का वध कर दिया गया। मादे का रहने वाला एक व्यक्ति जिसका नाम दारा था और जिसकी आयु कोई बासठ वर्ष की थी, वहाँ का नया राजा बना I जो अभिलेख पाए गए हैं, उनके द्वारा हम उस तिथि को जानते हैं जब ऐसा हुआ था I वह अक्टूबर 12, 539 ई.पू. था I दो सौ वर्ष पूर्व, यशायाह नबी ने भविष्यवाणी की थी कि ऐसा होगा (यशायाह 21:1-10)I सौ वर्ष बाद, यर्मियाह ने भी इसकी भविष्यवाणी की थी (यर्मियाह 51:39, 57)I और परमेश्वर ने नबूकदनेस्सर को एक स्वप्न में बता दिया था I परमेश्वर सबके ऊपर विराजमान है, सबसे शक्तिशाली देशों या सबसे नीच शासक के ऊपर भी I नया साम्राज्य एक नए राजा को लेकर आएगा, और वह नया राजा इस्राएल के लिए, जो परमेश्वर के लोग हैं, नए युग को लेकर आएगा I